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कोलकाता : भूख हड़ताल करते हुए जूनियर डॉक्टरों ने चेतावनी देते हुए कहा - अगर उनकी मांगें नहीं मानी गई , तो मंगलवार से पूरी तरह काम करना बंद

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Oct 19, 2024

एक जूनियर डॉक्टर ने बताया कि प्रशासन उन लोगों की बिगड़ती स्वास्थ्य स्थिति की परवाह नहीं कर रहा है, जो भूख हड़ताल पर हैं. 

Kolkata:  शुक्रवार शाम को कलकत्ता मेडिकल कॉलेज में वरिष्ठ डॉक्टरों के साथ एक बैठक के बाद, प्रदर्शनकारी डॉक्टरो ने घोषणा की कि अगर उनकी दस मांगें सोमवार तक नहीं मानी जातीं, तो वे मंगलवार से सरकारी और निजी अस्पतालों में पूरी तरह से काम बंद कर देंगे. 

हालदार ने मुख्य सचिव पर झूठ बोलने का आरोप लगाया कि उनकी सात मांगें स्वीकार कर ली गई हैं, यह बताते हुए कि दस मांगों को लागू करने में दस मिनट से भी कम समय लगेगा.  उन्होंने निराशा जताई कि मुख्यमंत्री, जिन्हें मानवता का प्रतीक माना जाता था, अब असंवेदनशील लगती हैं.  उन्होंने शनिवार को न्यायबिचार यात्रा के बाद सभी वर्गों के लोगों से एस्प्लेनेड क्षेत्र में इकट्ठा होने का आग्रह किया, ताकि मुख्यमंत्री उनकी मांगें सुन सकें. 

इसके अलावा, जूनियर डॉक्टर ने बताया कि प्रशासन भूख हड़ताल पर बैठे लोगों की बिगड़ती स्वास्थ्य स्थिति के प्रति बेपरवाह है. 

जूनियर डॉक्टरो ने कहा, "अगर हम पूरी तरह से हड़ताल पर जाते हैं और किसी मरीज को नुकसान होता है, तो इसकी जिम्मेदारी मुख्यमंत्री पर होगी. हमने दुर्गा महोत्सव में उन्हे जश्न मनाते हुए देखा और इस तरह की असंवेदनशीलता की उम्मीद नहीं थी.  हम राज्य में आरजी कर बलात्कार और हत्या की घटना का दोहराव नहीं चाहते.  लोगों की भलाई को सोचते हुए हम काम पर लौटे, लेकिन अब जब हमारी मांगें नहीं मानी जा रही हैं, तो हमारे पास कोई विकल्प नहीं बचा है."

इससे पहले, जूनियर डॉक्टरों ने अपनी निराशा व्यक्त की कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने 14 दिनों से भूख हड़ताल पर बैठे डॉक्टरों से मुलाकात नहीं की. 

प्रदर्शनकारी डॉक्टरो ने कहा कि वह समझ नहीं पा रही हैं कि मुख्यमंत्री ने कई अनुरोधों के बावजूद उनसे क्यों नहीं मिला गया.  "हम केवल पानी पी रहे हैं, न की ग्लूकोज़.  राज्य की प्रमुख होने के नाते, उन्हें हमारे सामने आना चाहिए, लेकिन उन्होंने हमें मिलने के लिए नहीं बुलाया. वह इतनी असंवेदनशील कैसे हो सकती हैं? यह विरोध जारी रहेगा. हाल ही में हमने दुर्गा पूजा मनाई, जहां दुर्गा मातृत्व का प्रतीक है, लेकिन हमारी मुख्यमंत्री की मातृभावना गायब है" 

इसके अलावा, स्वास्थ भवन से सभी मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपलों को एक नोटिस भेजा गया है, जिसमें भूख हड़ताल के कारण अस्पताल में भर्ती हो रहे डॉक्टरों की दैनिक रिपोर्ट मांगी गई है. 

पूरे मामले पर तृणमूल कांग्रेस का क्या कहना है ? 

तृणमूल कांग्रेस (TMC) के नेता कुनाल घोष ने कहा, "मुख्यमंत्री स्वास्थ भवन के पास प्रदर्शन कर रहे जूनियर डॉक्टरों से मिलने गईं. उन्होंने राज्य सचिवालय नवन्ना और अपने आवास पर भी बैठक बुलाई थी. जूनियर डॉक्टरों ने उन्हें इंतजार कराया. तो, वे कैसे कह सकते हैं कि मुख्यमंत्री ने उनसे मुलाकात नहीं की?"

Report By:
Devashish Upadhyay.