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देवउठनी एकादशी पर विष्णु-शनि को प्रसन्न करें: शनि दोष मिटाओ, सुख-समृद्धि पाओ!

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Oct 31, 2025

देवउठनी एकादशी पर विष्णु-शनि को प्रसन्न करें: शनि दोष मिटाओ, सुख-समृद्धि पाओ!

देवउठनी एकादशी 2025 भगवान विष्णु के जागरण का पावन पर्व है, जब चार माह की निद्रा के बाद वे पुनः जगत कल्याण के लिए सक्रिय होते हैं। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार यह दिन शनि देव को प्रसन्न कर उनकी साढ़ेसाती, ढैय्या या अन्य दोषों से मुक्ति पाने का दुर्लभ अवसर भी है। विष्णु पूजा के साथ शनि उपाय करने से जीवन में स्थिरता, सुख और समृद्धि प्राप्त होती है। इस दिन तुलसी पूजन और “ॐ नमो भगवते वासुदेवाय” मंत्र जाप अनिवार्य रूप से करें। (72 शब्द)

शनि दीपदान से दोष शांति

शनि देव को प्रसन्न करने के लिए सरसों के तेल में काले तिल मिलाकर दीपक जलाएं और उन्हें अर्पित करें। शाम के समय पीपल वृक्ष के नीचे यह दीपदान विशेष फलदायी होता है। इससे शनि की कृपा प्राप्त होती है और करियर-व्यवसाय में आ रही बाधाएं दूर होती हैं।

मंत्र जाप की शक्ति

शनि बीज मंत्र “ॐ प्रां प्रीं प्रौं सः शनैश्चराय नमः” का कम से कम 108 बार जाप करें। सुबह स्नान कर शुद्ध होकर, काले वस्त्र पहनकर उत्तर दिशा में मुख कर यह जाप करें। नियमितता से करने पर मानसिक तनाव कम होता है और आत्मविश्वास बढ़ता है।

दान से पुण्य लाभ

इस दिन काली उड़द, काले वस्त्र, ऋतु फल, अन्न या धन का दान करें। जरूरतमंदों को भोजन करवाएं या पक्षियों को दाना डालें। ज्योतिषीय दृष्टि से यह उपाय शनि के प्रकोप को कम करता है और परिवार में सुख-शांति लाता है।

विष्णु-तुलसी पूजन अनिवार्य

शनि उपायों के साथ भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी की पूजा अवश्य करें। तुलसी दल अर्पित कर “ॐ नमो भगवते वासुदेवाय” मंत्र का जाप करें। इससे दोनों देवताओं की कृपा एक साथ मिलती है और जीवन समृद्ध होता है।

Report By:
Monika