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Vinesh Phogat ने PT Usha पर पेरिस ओलंपिक में राजनीति करने का आरोप लगाया , देर से समर्थन करने के लिए IOA की अलोचना की

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Sep 11, 2024

विनेश फोगाट के अस्पताल में रहने के दौरान उषा ने उनसे मुलाकात की और एक तस्वीर ली, जिसे सोशल मीडिया पर खूब शेयर किया गया.  हालांकि विनेश को लगता है कि यह वास्तविक समर्थन से ज्यादा दिखावा था. 

 भारत की पूर्व पहलवान विनेश फोगाट ने भारतीय ओलंपिक संघ (आईओए) प्रमुख पीटी उषा पर पेरिस ओलंपिक के दौरान उनके हालात को लेकर राजनीति करने का आरोप लगाया है. अस्पताल में रहने के दौरान, उषा ने उनसे मुलाकात की और एक तस्वीर ली, जिसे सोशल मीडिया पर व्यापक रूप से साझा किया गया.  विनेश को लगता है कि यह वास्तविक समर्थन से ज्यादा दिखावा था. 

एक स्थानीय मीडिया चैनल से बात करते हुए उन्होंने कहा, ''मैं यहां हास्पिटल में बिस्तर पर हूं, आप मुझे बिना बताए तस्वीरें ले रहे हैं, फिर उन्हें सोशल मीडिया पर पोस्ट कर रहे हैं और कह रहे हैं कि हम साथ खड़े हैं, ऐसा नहीं होता.

विनेश फोगाट अपने फाइनल मैच से पहले ओवरवेट होने के कारण मैच से बहार हो गई थी.  जिस कारण से पेरिस ओलंपिक से भी वो बहार हो गई.  विनेश का वजन 50 किग्रा के फ्रीस्टाइल वर्ग से 100 ग्राम ज्यादा था और इस तरह वह फाइनल में पहुंचने के बाद पेरिस ओलंपिक गेम्स से बाहर हो गईं. पूरी घटना के बाद विनेश ने कुश्ती से रिटायरमेंट ले लिया था. 

सिल्वर मेडल के लिए आर्बिट्रेशन फॉर स्पोर्ट (CAS) में उनकी अपील भी खारिज कर दी गई.  फाइनल से पहले वजन कम करने के कठोर प्रयासों के कारण शरीर में पानी की कमी हो गई, जिसके लिए उन्हें अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा. विनेश ने पेरिस में अपने अनुभव को राजनीतिक रूप से तनावपूर्ण स्थिति बताया, जिससे खेल के प्रति उनका मोहभंग हो गया. 

CAS अपील के लिए IOA का समर्थन धीमा था: विनेश फोगाट

विनेश फोगाट आगे कहती है की अयोग्यता को उलटने की उनकी अपील के लिए भारतीय ओलंपिक संघ (आईओए) का समर्थन धीमा था. सिल्वर मेडल हासिल करने की उम्मीद में उन्हें खुद पहल करनी पड़ी और व्यक्तिगत रूप से कोर्ट ऑफ आर्बिट्रेशन फॉर स्पोर्ट (सीएएस) में अपील दायर करनी पड़ी. 

उन्होंने कहा, “हरीश साल्वे सर एक दिन बाद मामले में शामिल हुए. जब उनसे पूछा गया की केस भारत ने दर्ज कराया या विनेश ने. तब उन्होने कहा की पेरिस में वकीलों ने मेरी ओर से मामला दायर किया था. यह भारत सरकार द्वारा नहीं किया गया था, वे तीसरे पक्ष थे.  किसी भी नेशनल स्टेज़ पर सरकार ही तो हमारा प्रतिनिधित्व करती है. हम अपने देश का प्रतिनिधित्व करते हैं और फिर सरकार हमारी देखरेख करती है. वे मीडिया बाइट्स बनाना चाह रहे थे,'' भारतीय कुश्ती महासंघ (डब्ल्यूएफआई) के अध्यक्ष और यूनाइटेड वर्ल्ड रेसलिंग (यूडब्ल्यूडब्ल्यू) के साथ बातचीत के उनके दावों पर फोगट ने आगे कहा, "आप संजय सिंह से सकारात्मक परिणाम की उम्मीद नहीं कर सकते."उन्होंने कहा,  कोई संदेह नहीं है. हम उस पर भरोसा नहीं कर सकते.वह बृजभूषण शरण सिंह के डमी कैंडिडेट हैं. WFI अभी भी बृजभूषण के घर पर चलता है.जिसके पास शक्ति हो वह जांच कर सकता है.''

Report By:
Devashish Upadhyay.