Sep 11, 2019
इरफान खान - मुहर्रम इस्लाम धर्म में आस्था रखने वाले लोगों का एक प्रमुख त्यौहार है। मुहर्रम से इस्लामिक कैलेंडर का नया साल शुरू होता है। इस माह को इस्लाम के 4 पवित्र महीनों में शुमार किया जाता है। अल्लाह के रसूल हजरत मुहम्मद ने इस मास को अल्लाह का महीना कहा है। आज शहडोल के धनपुरी में मोहर्रम मनाया जाता है। आज के दिन ताजिया रख कई तरह के आयोजन किये जाते हैं, जिसे शाम होते ही कर्बला में ताजिया ठंडी कर दी जाती है।
धर्म व सत्य के लिए पैगाम देने वाला पर्व
शहडोल सम्भाग के माया नगरी धनपुरी में शहीदाने करबला की याद में जलसे का आयोजन किया गया। जिसमें प्रमुख रूप से इमामबाडा में बाहर से आए इमाम हुसैन व उनके साथियों की शहादत का जिक्र किया। इस दिन की दतमंदों द्वारा इमाम बाड़े से ताजिया निकाली गई, जो शहर के विभिन्न स्थानों से गुजरते हुए शहर भ्रमण कराया गया। इस दौरान जगह-जगह मुस्लिम समुदाय द्वारा शरबत, लंगर का एहतेमाम किया गया। कहते हैं कि इस दिन लंगर व शरबत बांटने को मुस्लिम समाज पुण्य का काम मानते हैं। मुस्लिम समाज मुर्हरम को मातमी पर्व के साथ धर्म व सत्य के लिए पैगाम देने वाला पर्व के रूप में मनाते हैं। मोहर्रम पर करबला की याद में युवाओं द्वारा अखाड़ेबाजी कर करतब दिखाए जाते हैं। जिसमें युवाओं द्वारा विभिन्न प्रकार करतब से लोगों का मन मोह लेते हैं। इसके लिए युवाओं की टोली सप्ताह भर से तैयारी करती है।