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बरेली में घर लौट रहे मजदूरों को सेनिटाइज करने के लिए केमिकल से नहलाया

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Mar 31, 2020

उत्तर प्रदेश के बरेली जिले में लॉकडाउन के बीच गैर राज्यों से पलायन करके लौट रहे मजदूरों को फायर ब्रिगेड ने बस स्टैंड पर जमीन पर बैठाया और आग बुझाने वाले पाइप के जरिए केमिकल का छिडकाव करके सेनिटाइज किया। मामले का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने पर डीएम नीतीश कुमार ने कहा कि बसों को सेनिटाइज करने का निर्देश गया था लेकिन कर्मियों ने अति उत्साह में आकर ऐसा किया। संबंधित कर्मचारियों पर कार्रवाई होगी। मजदूरों पर केमिकल के छिड़काव मामले को लेकर विपक्ष भी हमलावर हो गया है।दिल्ली, नोएडा, हरियाणा, उत्तराखंड समेत कई राज्यों से आए सैकड़ों लोग रविवार को बरेली पहुंचे जिसमें पुरुष, बच्चे व महिलाएं भी थीं। सभी को बस स्टैंड पर जमीन पर बैठा दिया गया। इसके बाद आग बुझाने वाली फायर ब्रिगेड के टैंक में भरे पानी में सोडियम हाइपोक्लोराइड केमिकल मिलाकर सभी को अनोखे तरीके से विसंक्रमित किया गया। यू कहें कि, लोगों पर केमिकल की बारिश की गई तो गलत नहीं होगा।

बहुजन समाज पार्टी की सुप्रीमो मायावती ने सोमवार को इस मामले पर अपने ट्वीट में कहा कि देश में जारी जबर्दस्त लाॅकडाउन के दौरान जनउपेक्षा व जुल्म-ज्यादती की अनेकों तस्वीरें मीडिया में आम हैं परन्तु प्रवासी मजदूरों पर यूपी के बरेली में कीटनााशक दवा का छिड़काव करके उन्हें दण्डित करना क्रूरता व अमानीवयता है जिसकी जितनी भी निन्दा की जाए कम है। सरकार तुरन्त ध्यान दे।मायावती ने कहा कि बेहतर होता कि केन्द्र सरकार राज्यों का बाॅर्डर सील करके हजारों प्रवासी मजदूरों के परिवारों को बेआसरा व बेसहारा भूखा-प्यासा छोड़ देने के बजाए दो-चार विशेष ट्रेनें चलाकर इन्हें इनके घर तक जाने की मजबूरी को थोड़ा आसान कर देती।समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने इस प्रकरण को उठाया। उन्होंने अपने ट्वीट में कहा कि यात्रियों पर सेनिटाइजेशन के लिए किए गए केमिकल छिड़काव से कुछ सवाल उठे हैं। क्या इसके लिए विश्व स्वास्थ्य संगठन के निर्देश हैं? केमिकल से हो रही जलन का क्या इलाज है? भीगे लोगों के कपड़े बदलने की क्या व्यवस्था है और साथ में भीगे खाने के सामान की क्या वैकल्पिक व्यवस्था है?

अखिलेश ने एक अन्य ट्वीट में कहा कि देशबंदी में गरीबों के बीच खाने के सामान की कमी लगातार बढ़ रही है, ये चिंता का बहुत बड़ा विषय है। गरीबों को कब, कहां व कैसे भोजन या खाद्य सामग्री उपलब्ध होगी इसकी घोषणा सरकार को सबसे पहले करनी चाहिए। सरकार याद रखे भूख से रोग प्रतिरोधक क्षमता और घट जाएगी, जो और भी घातक साबित होगा।वहीं कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने कहा कि यूपी सरकार से गुजारिश है कि हम सब मिलकर इस आपदा के खिलाफ लड़ रहे हैं लेकिन कृपा करके ऐसे अमानवीय काम मत करिए। मजदूरों ने पहले से ही बहुत दुख झेल लिए हैं। उनको केमिकल डाल कर इस तरह नहलाइए मत। इससे उनका बचाव नहीं होगा बल्कि उनकी सेहत के लिए और खतरे पैदा हो जाएंगे।उधर बरेली के जिलाधिकारी नीतीश कुमार ने केमिकल की इस बारिश कराने का वीडियो वायरल होने पर सोमवार को कहा कि इस वीडियो की पड़ताल की गई, प्रभावित लोगों का मुख्य चिकित्साधिकारी के निर्देशन में उपचार किया जा रहा है। बरेली नगर निगम एवं फायर ब्रिगेड की टीम को बसों को सैनेटाइज करने के निर्देश थे, पर अति सक्रियता के चलते उन्होंने ऐसा कर दिया। सम्बंधित के विरुद्ध कार्रवाई के निर्देश दिए गए हैं।