Apr 12, 2020
मुख्यमंत्री के कड़े के आदेषों के बावजूद भी लॉकडाउन के दौरान आम लोगों के बीच सोशल डिस्टेंसिंग और मास्क पहनने की अनिवार्यता का अनुपालन नही हो पा रहा है। वही पुलिस प्रशासन द्वारा मास्क न पहनने पर लोगों पर कार्यवाही की जा रही है। कोरोना वायरस के चलते लॉकडाउन के 18 दिन बीत जाने के बाद भी आम जनता सोशल डिस्टेंसिंग का पूरी तरह से पालन नही कर पा रही है। सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कराने के लिये प्रशासन व पुलिस को कड़ी मशक्कत करनी पड़ रही है। लेकिन वही सही बस्तु स्थिति यह भी है कि स्थानीय जिला प्रशासन द्वारा लॉकडाउन के दौरान बाजार खुलने का समय मात्र दो घंण्टे ही निर्धारित किया गया है। वह भी एक दिन छोड़कर है। ऐसी स्थिति में आम जनता समय कम होने के कारण एक साथ बाजारों में खरीददारी के लिये उमड़ पड़ती है। यह उनकी भी अपनी मजबूरी है।
जिला प्रशासन को इस पर संज्ञान लेने की जरूरत महसूस होनी चाहिये। वही दूसरी तरफ मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा प्रदेश में आम जनता के लिये मास्क लगाया जाना अनिवार्य किया गया है। साथ ही यह भरोसा दिलाया गया है कि सभी लोगों को मास्क उपलब्ध कराये जायेंगे। लेकिन अभी तक आम जनता को किसी भी प्रशासनिक अथवा अन्य संस्था द्वारा मास्क उपलब्ध कराने की व्यवस्था नजर नही आ रही है। वही आम जनता इस भरोसे में बैठी है कि सरकार द्वारा उन्हें मास्क उपलब्ध कराये जायेंगे। मास्क न पहने होने की स्थिति में जिला प्रशासन द्वारा बाहर निकलने वाले लोगों पर सख्ती षुरू कर दी गई है। इस दौरान कई स्थानों पर पुलिसकर्मियों ने राह चलते युवकों से उठक बैठक लगवाकर और उनकी शर्ट उतरवाकर मास्क के रूप में पहनाने के साथ ही कई लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज की भी कार्यवाही की है।