Nov 11, 2016
शहडोल। लोकसभा सीट पर उपचुनाव के लिए प्रचार के दौरान ज्योतिरादित्य सिंधिया ने उमरिया जिले बड़वाही गांव में आदिवासी वीरभान सिंह के घर रात गुजारी थी। सिंधिया ने जनता में अपनी ‘महाराज’ की प्रसिद्ध छवि के विपरीत चूल्हे पर न सिर्फ रोटी सेंकी बल्कि आम आदमी की तरह आदिवासियों के साथ भोजन भी किया और उनके पारम्परिक नृत्य में भी शामिल हुए थे।
सिंधिया के दौरे के बाद कांग्रेसी कार्यकर्ताओं ने आदिवासी वीरभान सिंह के घर पर रखा कोई सामान नहीं छोड़ा। आरोप है कि आदिवासी परिवार के घर में रखे गए टीवी, रसोई में रखे सारे सामान को कांग्रेसी कार्यकर्ता उठाकर ले गए। आदिवासी परिवार के घर पर शौचालय बनाया गया था। बताते हैं कि इस शौचालय में लगाई गई कमोड सीट को भी कांग्रेसी कार्यकर्ताओं ने नहीं छोड़ा और उसे उखाड़कर अपने साथ लेकर गए।
आदिवासी परिवार निराश
मीडिया को दिए एक इंटरव्यू में इस आदिवासी परिवार ने कहा कि वह काफी निराश हैं। उन्हें इस बात की कतई उम्मीद नहीं थी कि सिंधिया के जाने के बाद उनके साथ कांग्रेसी कार्यकर्ता इस तरह का बर्ताव करेंगे। वहीं, कांग्रेस के स्थानीय नेता इसे भाजपा का षडयंत्र बता रहे है। उनका दावा है कि भाजपा के लोग अफवाह फैला रहे हैं। कांग्रेसियों के मुताबिक, टेंट वाले अपना सामान जरूर ले गए हैं। लेकिन पार्टी ने जो व्यवस्थाएं आदिवासी परिवार के घर में की थीं, वह सब मौजूद हैं।