May 20, 2024
इब्राहिम रईसी के हैरान कर देने वाले किस्से
हाइलाईटस
· इब्राहिम रईसी को खुमैनी के बाद इरान का रुढ़िवादी और सर्वोच्च धार्मिक नेता कहा जाता था।
· इब्राहिम रईसी बने हैं 3000 राजनैतिक विरोधियों की फांसी का कारण
· इब्राहिम रईसी को तेहरान का कसाई भी कहा जाता है
हेलीकॉपटर की हार्ड लेंडिग से राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी की मौत हो गई है। एजेनसियों के मुताबिक अब तक किसी के जीवित होने की कोई आशंकाऐं नहीं जताई जा रही है। हेलीकॉपटर में राष्ट्रापति के साथ ,विदेश मंत्री और दूसरे कई अंगरक्षक भी शामिल थे।
इब्राहिम रईसी एक धार्मिक नेता
दरसल, इब्राहिम रईसी के द्वारा पहने जाने वाली काली शिया पगड़ी पैगंबर के वंशज होने का प्रतीक है,साथ ही इब्राहिम रईसी धार्मिक नेता अली खुमैनी के काफी करीब थे, जिससे उन्हें खुमैनी के बाद ईरान का सर्वोच्च धार्मिक नेता कहा जाता है। आपको बतादें कि ईरान और इजरायल की कई सालों से कट्टर दुश्मनी है, हाल ही में इजरायल का गाजा पर हमले के बाद से दोनो के बीच तकरार और भी बड़ गई है।जिसके चलते ईरान ने भी इजरायल पर निशाना साधते हुए,ड्रोन और मिसायल का हमला किया। इजरायल ने वार पलट कर इसका जबाब दिया और भविष्य में होने वाले हमलों की चेतावनी दी।
इब्राहिम रईसी की कट्टरता
साल 1988 में 4 सदस्यों वाली एक कमेटी बनाई गई थी, जिसमें इब्राहिम रईसी के शामिल होने के आरोप लगाए गए है। इस कमेटी के द्वारा 3000 विरोधी राजनैतिक नेताओं को फांसी दे दी गई थी।जिसके चलते उन्हें तेहरान का कसाई कहा जाने लगा। इसके बाद से इस कमेटी को भी ''DEATH COMMITTEE'' के नाम से जाने जाना लगा।
रईसी के आने के बाद औरतों की शादी करने की उम्र भी 13 वर्ष से घटाकर 9 वर्ष कर दी गई।इसके अलावा भी इनके कार्यकाल में हिजाब और पवित्रता का कानून सख्ती से लागू किया गया।हिजाब कानून का उलंघन करने पर महिलाओं को मौत की सजा भी सुनाई गई थी।
इब्राहिम के कार्यकाल में ही बच्चों को फांसी की सजा और वकीलों को जेल कैद की सजा भी दी गई।2019 इन्हें अमेरिका ने बैन भी कर दिया था।
इब्राहिम का राष्ट्रपति बनने तक का सफर
साल 1988 में कमेंटी में शामिल होने के बाद ,साल 2017 में रइसी अपेक्षाकृत उदारवारी मौलवी हसन रुहानी के खिलाफ लड़े जिसमें असफलता मिली।लेकिन 2021 के चुनाव में उन्हें जीत हासिल हुई और वे राष्ट्रपति बने।
हेलीकॉपटर क्रेश
बता दें कि अजरबैजान की यात्रा के दौरान यह क्रेश हुआ।खबरों के मुताबिक हेलीकॉपटर तेहरान से लगभग 600 किलोमीटर दूर हार्ड लैंड हुआ।अब तक यानी 17 घण्टे बाद भी राष्ट्रपति का कोई पता नहीं लग पाया है।क्रेश की दुर्घटना को शाजिसों की गतिविघियों से जोड़ा जा रहा है।