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रायपुरः सीएम भूपेश बघेल ने आगामी केन्द्रीय बजट को लेकर दिया बड़ा बयान

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Jan 29, 2020

शिवम मिश्रा - सीएम भूपेश बघेल ने आगामी केन्द्रीय बजट को लेकर नाउम्मीद हैं। उन्होंने कहा कि इस देश में नरेंद्र मोदी जी ने कहा था यह देश नहीं बिकने दूंगा, लेकिन पूरे एयर इंडिया बेच रहे हैं। नवरत्न है, जिसे बेच रहे हैं, तो बचता क्या है? फिर इस बजट से क्या उम्मीद करेंगे? आरबीआई से आप तो 3 बार पैसे निकाल लिए हैं, 1 लाख 75 हजार करोड़ अलग निकाल लिए और मंदी का दौर है। बेरोजगारी पूरे 45 साल में सबसे निचले स्तर पर है। ऐसे में बहुत ज्यादा उम्मीद सरकार से नहीं की जा सकती। पहले अपनी तरफ देख ले, उन्होंने क्या कहा था, 15 लाख सबको देंगे, अच्छे दिन सबके आएंगे। हर साल 2 करोड़ बेरोजगार लोगों को रोजगार देंगे, तो पहले अपने वादे देख ले, उनको तो दूसरी बार अवसर मिला है। गृहमंत्री अमित शाह का नाम बगैर लिए भूपेश बघेल ने उन पर जमकर हमला बोला। उन्होंने कहा कि देश को आग में झोंक दिया मोटा भाई ने और उसके चलते हमारा मोटा भाई देश के बाहर ही नहीं जा पा रहे हैं। आज जो परिस्थिति बनी है उसके जिम्मेदार कोई है तो छोटा भाई और मोटा भाई और जहां तक छत्तीसगढ़ की बात है छत्तीसगढ़ की तुलना कर लें, देश में मंदी है। छत्तीसगढ़ में मंदी नहीं है। बेरोजगारी दर हिंदुस्तान में उच्चतम स्तर पर है। हमें उसे कम करने में सफलता मिली, यहां सभी सेक्टर में ग्रोथ है। बता दें वहां किस सेक्टर में ग्रोथ है, तो छत्तीसगढ़ सरकार और भारत सरकार में तुलना कर ले और यदि इसी में चर्चा करना चाहते हैं तो उनका स्वागत है।

अमित शाह के बयान पर कुछ ऐसा कहा सीएम भूपेश बघेल ने...

अमित शाह के बयान पर सीएम ने कहा कि मुझे भारत के नागरिक होने का प्रमाण क्यों देना चाहिए। यदि कोई घुसपैठिया है उसे पकड़ें, उसके खिलाफ कार्यवाही करें। असम की जो समस्या है, उसे पूरे देश में क्यों फैला रहे हैं आप। आज आपको प्रमाणित करना पड़ेगा यह क्या? बोले नागरिकता देंगे एहसान कर रहे हैं हम पर, हम भारत के नागरिक हैं और उसे अमित शाह जी देंगे। हर व्यक्ति को प्रमाणित करना पड़ेगा कि वह हिंदुस्तानी है तब उसको नागरिकता देंगे। जीएसटी बकाया को लेकर सीएम ने कहा कि हमारी अंतर की जो राशि है जीएसटी लागू होने के बाद 23 सौ करोड रुपए क्यों नहीं मिला है तो वो मिलना चाहिए। जब जीएसटी लागू किए थे, उत्पादक राज्यों को उसे कंपनसेट करने की बात कही थी और उसमें छत्तीसगढ़ को भी मिलना था। अन्य राज्य को भी नहीं मिला और हमको भी नहीं मिला। अक्टूबर में मिल जाना चाहिए था। वह दिसंबर, जनवरी बीतने जा रहा है, अब तक नहीं मिला है। देखते हैं बजट आने दीजिए क्या कर रहे हैं।