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महासमुंद में एक साल से नहीं मिले दिव्यांगो को उपकरण, कार्यालय के चक्कर लगाने को मजबूर

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Oct 24, 2019

रेखराज साहू : समाज कल्याण विभाग के द्वारा संचालित दिव्यांग सहायक उपकरण प्रदाय योजना, महासमुंद जिले में प्रशासनिक लापरवाही की भेंट चढ़ती नजर आ रही है। जिसके कारण दिव्यांगो के द्वारा एक वर्ष से उपकरण प्रदाय करने के आावेदन देने के बावजूद भी दिव्यांगो को उपकरण नसीब नही हो पा रहा है और दिव्यांग कार्यालय के चक्कर लगाने को मजबूर हैं। 

कलेक्टर से उपकरण की गुहार लगा रहे दिव्यांग
दिव्यांग थक हारकर जहां अब कलेक्टर से उपकरण प्रदाय कराने की गुहार लगा रहे है,वहीं समाज कल्याण विभाग के आला अधिकारी अपना ही राग अलाप रहे है। बता दें कि, वर्ष 2014 के सर्वे के अनुसार महासमुंद जिले में 12583 दिव्यांगजन है। जिनमें से 7718 अस्थि बाधित, 880 श्रवण बाधित, 1794 दृष्टिबाधित, 1254 मंदबुद्धि बाधित, 898 बहुविकलांग, 39 बौने है। समाज कल्याण विभाग को वर्ष 2018-19 से लेकर वर्ष 2019-20 के मध्य 237 आवेदन उपकरण के लिए प्राप्त हुये हैं। जिनमें मोट्राईस ट्राईसायकल के लिए 96, ट्राईसायकल के लिए 56, व्हीलचेयर के लिए 26, वैसाखी के लिए 26, श्रवणयंत्र के लिए 33 आवेदन आये है। 

128 आवेदन विभिन्न उपकरण के लिए प्राप्त हुये थे...
अगस्त 2019 में एलमको के द्वारा जिले में कैम्प लगाया गया था। जिनमें 128 आवेदन विभिन्न उपकरण के लिए प्राप्त हुये हैं। इस प्रकार समाज कल्याण विभाग को कुल 365 आवेदन प्राप्त हुवे पर विभाग आज तक इन दिव्यांगो को उपकरण प्रदाय नही कर पाई है। उपकरण न मिलने से परेशान दिव्यांग कार्यालय के चक्कर लगाकर थक चुके है और थक हार कर अब कलेक्टर से फरियाद कर रहे है। इसी कड़ी में दर्जन भर दिव्यांग कलेक्टर जन चैपल में पहुंच कर शिकायत की है। दिव्यांगो का कहना है कि उपकरण नही मिलने से आवागमन में काफी परेशानी हो रही है। समाज कल्याण विभाग के अधिकारी -कर्मचारी उपर से आयेगा तब मिलेगा कह कर एक साल से घुमा रहे है।

आला अधिकारी जल्द निराकरण की कर रहे मांग
इस पूरे मामले में समाज कल्याण विभाग के आला अधिकारी हाल ही में पदस्थ होने की बात करते हुवे जल्द निराकरण करने की बात कह रहे हैं।गौरतलब है कि समाज कल्याण विभाग के द्वारा सालभर पहले जिन दिव्यांगो को उपकरण दिये थे वे दो-चार महीने में ही खराब हो गये,जो बनवाने के लिए आये दिन विभाग के चक्कर लगाते रहते हैं।