Jan 6, 2019
हरिओम श्रीवास - खनिज और राजस्व विभाग के गैर जिम्मेदाराना रवैये की वजह से खनन माफियाओं के हौसले बुलंद हैं, कहीं मुरूम का अवैध खनन हो रहा है, तो कहीं रेत का और ये सबकुछ प्रशासन की नाक के नीचे हो रहा है खनन विभाग तो इस मामले में पूरी तरह से आंखें मूंदे बैठा है। राजस्व अमला भी अवैध खनन के मामलों से खुद को अलग किए हुए है। आलम यह हैं कि बलौदा बाजार जिले के लवन स्थित वरदा के अंतर्गत नहर लाइनिंग में लगी कंस्ट्रक्शन कंपनियों द्वारा बिलासपुर जिले के मस्तूरी ब्लॉक स्थित चिल्हाटी में किसानों के खेत में खनन किया जा रहा है।
बेखौफ होकर कर किया जा रहा खनन
जबकि खनन करने के लिए खनिज विभाग और राजस्व से अनुमति लेना पड़ता हैं वही खनन के लिए खनिज विभाग से अभिवहन (परिवहन) की अनुमति एवं खनन के लिए ठेकेदार को अब तक दस्तावेज नही मिला है उसके बाद भी बेखौफ होकर खनन करवाया न रॉयल्टी का झंझट और न किसी से कोई अनुमति का टेंशन।
डंपरों से हो रही जमकर ढुलाई
खनन माफिया जहां चाहे वहां से मुरूम खोदकर निकाल रहे हैं। बड़ी कंपनियों के डंपरों को सुबह से इन रास्तों पर माल की ढुलाई करते देखा जा सकता है। लेकिन इन पर कार्यवाही करने वाला कोई नहीं है इतना ही नही चिल्हाटी के पुराने उप स्वास्थ केंद्र को सरपंच द्वारा रहने के लिए ठेकेदार को दे दिया हैं।