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बालोद में सरपंच पिता अपने परिवार के साथ शराबबंदी को लेकर धरने पर

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Jul 1, 2018

बालोद जिले के गुंडरदेही ब्लॉक मुख्यालय से लगे कचांदुर में एक पिता ने अपने दो मासूम बच्ची और अपनी पत्नी के साथ छत्तीसगढ़ में पूर्णता शराबबंदी को लेकर धरने पर बैठे। अपनी मांग को लेकर देवगाहन के सरपंच लोकेन्द्र साहू ने छत्तीसगढ़ माटी पुत्र कहे जाने वाले स्वर्गीय ताराचंद साहू के मूर्ति के सामने पंडाल लगाकर अनिश्चितकालीन के लिए धरने पर बैठे हैं।

दरअसल छत्तीसगढ़ ही नहीं पूरे देश में जिस तरह नाबालिक बालिकाओं और महिलाओं के साथ  घिनाने कृत्य को अंजाम दिया जा रहा है ऐसे में घटनाओं ने एक पिता और पति को झकझोर कर रख दिया है कि वह अपने पत्नी और बच्चियों को ऐसे दरिंदों से कैसे बचाएंगे। जी हां दो मासूम बच्ची और अपनी पत्नी के साथ धरने पर बैठे यह इंसान ग्राम पंचायत देवगन के सरपंच लोकेन्द्र साहू है जो छत्तीसगढ़ में पूर्ण शराबबंदी की मांग को लेकर धरने पर बैठ गया है। उनका मानना है की बालिकाओं और महिलाओं के साथ हो रहे रेप की घटना अधिकांश शराब की लत के चलते हो रहे और ऐसे में राज्य सरकार खुद शराब बेच रही हैं तो क्यों ना सरकार शराब छत्तीसगढ़ में पूरी तरह बंद करें और बेटी और बहनों को बचाएं। 

मांग को लेकर धरने पर बैठे 
इसी मांग को लेकर लोकेन्द्र साहू अपने दो मासूम बच्चे और पत्नी के साथ अनिश्चितकालीन धरने पर बैठ गए। वहीं उनके इस अभियान पर उनकी पत्नी ने भी स्वाभाविकता निभाते हुए उनके साथ धरने पर बैठे हैं और अपने पति के साथ कंधे से कंधा मिलाकर चल रही हैं ताकि  महिलाओं और बेटियों साथ हो रहे घिनौने कृत्य को रोका जा सके। वही इस मामले में साहू समाज को भी आगे आना चाहिए जहा इतनी बहुल्यता समाज की है उनका कहना है कि जब तक छत्तीसगढ़ में पूर्ण शराबबंदी नहीं होगी तब तक वह अपनी मांग को लेकर धरने पर बैठे रहेंगे।

लोकेन्द्र साहू ग्राम पंचायत देवगन सरपंच 
मैं शराब बंदी का समर्थक हूं मैंने इस मामले में मुख़्यमंत्री से भी चर्चा की थी मगर अब तक कोई पहल नहीं हुई और सरकार शराब बेच रही है मैंने प्रधानमंत्री के नारे में 2 बेटियों में परिवार नियोजन कर लिया मै चाहता हूं छत्तीसगढ़ को गुजरात मॉडल बनाया जाये, साहू समाज को इसमें आगे आना चाहिए क्यों की साहू समाज अन्य समाज के लिए हमेशा प्रेरणा रहा है सिर्फ राजनीती लाभ नहीं लेना चाहिए ये आंदोलन जब तक कोई सार्थक पहल नहीं होगा तब तक चलेगा।

वही धरने में अपने पति का साथ निभा रही केशरी ने प्रधानमंत्री के बातो से प्रेरित हो कर 2 बेटियों के बाद अपनी नसबंदी करवाली जहा बेटी पढ़ाओ बेटी बचाओ से प्रेरित है मगर वो अब जो घटनाये बेटियों के साथ देश में प्रदेश में घट रही है उससे चिंतित है जिसका करण वो शराब को मानती है और उसे अब बंद करने का प्रण ले चुकी है। 

केसरी साहू ग्राम पंचायत देवगन
हमारा उद्देश्य है छत्तीसगढ़ में पूर्ण शराब बंदी होना चाहिए शराब के कारण आज बेटिया सुरछित नहीं है महिलाये विधवा हो रही है इसी लिए शराब बंद होना चाहिए।

बहरहाल बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ का नारा देकर सरकार बेटियो को बचाने लाख जतन कर ले असल में ऐसे जमीनी स्तर पर उतारने की जरूरत है ऐसे में अब धरने पर बैठे लोकेन्द्र  साहू और उनकी पत्नी की इस अभियान में आम नागरिको को भी सामिल होकर इस अभियान को सफल बनाने की जरुरत है।