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रायपुरः धान खरीदी के मसले पर राज्यपाल अनुसुइया उइके ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लिखी चिट्ठी

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Oct 26, 2019

आशीष तिवारी - छत्तीसगढ़ में धान खरीदी के मसले पर केंद्र सरकार से मांगी गई रियायत पर अब राज्यपाल अनुसुइया उइके ने भी अपना सैद्धांतिक समर्थन दिया है। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को चिट्ठी लिखकर राज्य की मांगों पर सहानुभूति पूर्वक विचार किए जाने का अनुरोध किया है। राज्यपाल ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की प्रधानमंत्री को लिखी गई चिट्ठी का भी जिक्र किया है। गौरतलब है कि शुक्रवार को ही मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री को चिट्ठी लिखकर 2500 रूपए प्रति क्विंटल समर्थन मूल्य पर धान खरीदी की सहमति देने और सेंट्रल पूल में 32 लाख मीट्रिक टन चावल उपार्जित किए जाने की मांग की थी। 

आगामी 15 नवंबर से होने वाली धान खरीदी हो रही शुरू

बता दें कि छत्तीसगढ़ में आगामी 15 नवंबर से होने वाली धान खरीदी शुरू हो रही है। इससे पहले मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को चिट्ठी लिखी है। उन्होंने अपनी चिट्ठी में कहा था कि धान खरीदी के लिए 2500 रुपए प्रति क्विंटल समर्थन मूल्य तय करना अगर केंद्र के लिए संभव न हो तो राज्य सरकार को इस मूल्य पर खरीदी के लिए केंद्र सरकार से सहमति दे दे। मुख्यमंत्री बघेल ने प्रधानमंत्री मोदी को लिखे पत्र में अतिरिक्त उत्पादन वाले अरवा और उसना चावल को केंद्रीय पूल में मान्य करने का भी अनुरोध किया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि इस संबंध में उन्होंने 30 सितंबर को केंद्रीय खाद्य मंत्री को भी चिट्ठी लिखी थी, जिसमें सरप्लस चावल उपार्जन किए जाने का अनुरोध किया गया था। 

किसानों के हित में जल्द आवश्यक दिशा-निर्देश दिए जाने का किया गया अनुरोध

मुख्यमंत्री बघेल ने पत्र में यह जानकारी भी दी थी कि छत्तीसगढ़ द्वारा पूर्व वर्षों में प्रत्येक खरीफ सीजन में एफसीआई को सरप्लस चावल सेंट्रल पूल में अंतिरित किया जाता रहा है। इससे एक जहां प्रदेश के सभी क्षेत्रों में विशेषकर दूरस्थ क्षेत्रों में रहने वाले किसानों से धान का समर्थन मूल्य पर उपार्जन संभव हो सका है। वहीं दूसरी उपार्जित धान का कस्टम मिलिंग के माध्यम से निराकरण कर चावल एफसीआई द्वारा उपार्जन किए जाने से एनएफएसए के लिए आवश्यक चावल की पूर्ति में राज्य की महत्वपूर्ण सहभागिता रही है। उन्होंने कुछ अन्य बिंदुओं की ओर भी प्रधानमंत्री का ध्यान आकर्षित किया था, जो की संदर्भित पत्र में उल्लेखित है। पत्र में उन्होंने यह भी कहा था कि आपसे मुलाकात के लिए 23 और 24 अक्टूबर को आपके कार्यालय की ओर से कहा गया था, लेकिन आपकी अन्य व्यस्तताओं के कारण आपसे मिलने का अवसर नहीं मिला। मुख्यमंत्री ने कहा कि धान के खरीदी के लिए समय कम है, अतः आपसे किसानों के हित में जल्द आवश्यक दिशा-निर्देश दिए जाने का अनुरोध है।