Loading...
अभी-अभी:

कोरबाः कोल ब्लॉक आवंटन का विरोध, ग्रामीणों का धरना आंदोलन पांचवें दिन भी जारी

image

Oct 21, 2019

मनोज यादव - कोल ब्लॉक विभिन्न कंपनियों को कोयला दोहन के लिए आवंटित किया गया। इलाकों में कोयला उत्पादन और डिस्पैच किए जाने से जल, जमीन और जंगल नष्ट हो जाएगा। इसके विरोध में ग्रामीणों का धरना आंदोलन पांचवें दिन भी जारी रहा। ग्रामीणों ने बताया कि सरकार कमर्शियल माइनिंग को बढ़ावा देने में जुटी है। कोल ब्लॉक से कोयला दोहन करने के बाद जो कोयला बच जाएगा, उसे कंपनी खुले बाजार में बेच सकती है। इससे देश में कोल इंडिया का कोयला कारोबार एकाधिकार खत्म होगा।

कोयला दोहन किए जाने से भारी संख्या में जंगल, जल और कृषि भूमि होंगे नष्ट

कोरबा जिले के ग्राम मुर्गा और मदनपुर में कोल ब्लॉक है। इनमें गिद्घमुड़ी, पतुरिया डांड, मदनपुर साउथ कोल ब्लॉक सहित अन्य कोल ब्लॉक गिद्धमुड़ी, पतुरिया कोल ब्लॉक छत्तीसगढ़ राज्य विद्युत उत्पादन कंपनी को सौंपा गया है। इसी तरह से परसा कोल ब्लॉक को कंपनी को सौंपा गया है। इन कोल ब्लॉक कोयला दोहन किए जाने से भारी संख्या में पेड़ काटे जाएंगे। पानी का स्रोत खत्म होगा, इसके अलावा कृषि व अन्य भूमि नष्ट हो जाएंगे। इसके विरोध में हसदेव अरण्य बचाओ संघर्ष समिति ने ग्राम तारा में अनिश्चितकालीन हड़ताल के लिए धरना आंदोलन शुरू किया है। ग्राम मुर्गा और मदनपुर के ग्रामीण धरना में शामिल हुए। यह धरना का पांचवा दिन था। ग्रामीणों ने बताया कि सरकार जब तक उनकी मांग पूरी नहीं करेगी, तब तक धरना आंदोलन जारी रहेगा।