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सीएम भूपेश बघेल ने मुंगेली जिले के लोहंदा आदर्श गौठान का किया उद्घाटन

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Jun 4, 2019

रोहित कश्यप : मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने मंगलवार को मुंगेली जिले के लोहंदा आदर्श गौठान का उद्घाटन किया। यह गौठान लगभग 1 हेक्टेयर भूमि पर बनाया गया है। इस अवसर पर आयोजित चौपाल में मुख्यमंत्री ने लोहंदा में विभिन्न योजनाओं के पात्र हितग्राहियों को सामग्री वितरित किए। मुख्यमंत्री बघेल ने बड़ी संख्या में पधारे ग्रामीणजनों का अभिवादन स्वीकार करते हुये कहा कि नरवा, गरूवा, घुरवा एवं बाऱी योजना एक महत्वाकांक्षी योजना है। इस योजना से एक ओर हमारी ग्रामीण अर्थव्यवस्था समृद्ध होगी, वहीं हमारे गांवों के स्वास्थ्य में भी सुधार होगा।

रासायनिक खादों के प्रयोग से गंभीर बीमारियों का खतरा
रासायनिक खादों के अत्यधिक प्रयोग से अनेक गंभीर बीमारियों का खतरा पैदा हो जाता है, रसायनिक खादों से जहां कृषि लागत बढ़ती है, वहीं भूमि की उपजाऊ शक्ति कम होती है।उन्होंने आगे बताया कि नरवा, गरूवा, घुरवा एवं बाऱी योजनान्तर्गत निर्मित गौठानों से वर्मी कम्पोस्ट खाद का उत्पादन बढ़ेगा। इन खादों के उपयोग से फसलों की पैदावार बढ़ेगी, हमें शुद्ध अनाज एवं साग-सब्जी मिलेगी, जो हमारी सेहत के लिए अच्छा होगा। ग्रामीण क्षेत्रों में बहने वाले नदी-नालों में स्टॉप डेम निर्मित किये जायेंगे, इस जलसंचय का उपयोग फसलों की सिंचाई के रूप में किया जायेगा। मुख्यमंत्री बघेल ने पुराने समय का जिक्र करते हुए कहा कि एक समय था जब हमारी ग्रामीण अर्थव्यवस्था बहुत समृद्ध हुआ करती थी, सभी लोग गाय पालना अपना सौभाग्य समझते थे।

गांवों में गौठान निर्माण करने की आवश्यकता क्यों
आज कल गायों को चारे की कमी के कारण खड़ी फसलों के पास जाकर अपना पेट भरना पड़ता है जिससे फसलें बर्बाद होती हैं। इन्हीं स्थितियों को दूर करने के लिये सभी गांवों में गौठान निर्माण करने की आवश्यकता है।पूरे प्रदेश में वृहत रूप से गौठान का निर्माण ग्रामीणजनों के आपसी सहमति से किया जायेगा, गौठान के लिए चिन्हित भूमि विवादित न हो, इसका खास ख्याल रखा जाएगा। उन्होंने कहा कि गौठान में आने वाली सभी मवेशियों के स्वास्थ्य का विशेष ध्यान रखा जाए। नियमित रूप से पशु चिकित्सक पशुओं के स्वास्थ्य की देख-रेख करेंगें। पशुओं के नस्ल सुधार पर विशेष ध्यान रखा जाए।

दवाईयों के उत्पादन में गौमूत्र का प्रयोग
गौमूत्र का उपयोग आज अनेक दवाईयों के उत्पादन में किया जाता है। गोबर गैस से हमें सस्ते दर पर ईंधन की प्राप्ति होगी। हमारे घर का खाना बनाने का खर्चा भी कम होगा।उन्होंने बड़ी संख्या में पधारे ग्रामीणजनों से नरवा, गरूवा, घुरवा एवं बाड़ी योजना पर सुझाव आमंत्रित भी किया है ताकि इस योजना का क्रियान्वयन बेहतर ढंग से हो सके इस अवसर पर अधिकांश ग्रामीणों ने इस योजना पर अपनी सहमति जाहिर की। इस अवसर पर जिले के आला अधिकारियों केअलावा बड़ी संख्या ग्रामीणजन उपस्थित थे।