Nov 15, 2025
बस्तर में धूमधाम से मना जनजातीय गौरव दिवस, CM साय ने की नक्सलवाद पर बड़ी घोषणा
अनिल राव जगदलपुर : जगदलपुर में आदिवासी स्वतंत्रता सेनानी भगवान बिरसा मुंडा की 150वीं जयंती पर आयोजित जनजातीय गौरव दिवस में छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने शामिल होकर नक्सलवाद के खात्मे और बस्तर के विकास की दिशा में सरकार की प्रतिबद्धता दोहराई। कार्यक्रम में हजारों जनजातीय समुदाय के लोग मौजूद रहे।
नक्सलवाद की अंतिम सांसें, 2000 से अधिक आत्मसमर्पण
मुख्यमंत्री साय ने कहा कि पिछले दो वर्षों में 2000 से ज्यादा नक्सलियों ने हथियार डालकर मुख्यधारा में लौटने का फैसला किया है। केंद्र सरकार के 31 मार्च 2026 तक नक्सलवाद पूरी तरह समाप्त करने के संकल्प को दोहराते हुए उन्होंने बताया कि प्रभावी आत्मसमर्पण और पुनर्वास नीति के कारण नक्सली बड़ी संख्या में सरेंडर कर रहे हैं। नक्सलवाद के खात्मे के बाद बस्तर में तेजी से विकास होगा।
नियाद नेल्लानार से 327 गांवों तक पहुंचा विकास
नियाद नेल्लानार योजना के तहत बस्तर के 327 गांवों में सड़क, बिजली, पानी, स्कूल, अस्पताल, राशन और दूरसंचार सुविधाएं पहुंचाई गई हैं। केंद्र सरकार ने जनजातीय उत्थान के लिए 80 हजार करोड़ रुपये का बजट रखा है। राज्य सरकार पर्यटन को उद्योग का दर्जा देकर बस्तर की संभावनाओं को बढ़ावा दे रही है।
खेल और संस्कृति से जुड़ रहा बस्तर
पिछले साल 1.65 लाख लोगों ने बस्तर ओलंपिक में हिस्सा लिया था, इस बार यह संख्या बढ़कर 3 लाख हो गई। जल्द ही बस्तर पंडुम महोत्सव भी आयोजित होगा। जनजातीय गौरव दिवस पूरे राज्य में मनाया जा रहा है, जिसका समापन 20 नवंबर को अंबिकापुर में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू की मौजूदगी में होगा।







