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विदिशा में ऐतिहासिक श्रीरामलीला मेला का विधिवत शुभारंभ

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Jan 15, 2018

विदिशा। मकर संक्रांति से शुरू होने वाली ऐतिहासिक श्रीरामलीला मेला का विधिवत शुभारंभ हुआ। जिसमें बड़ी संख्या में श्रद्धालु शामिल रहे। इससे पहले सुबह रामलीला परिसर में भूमि पूजन किया गया। भूमिपूजन के मौके पर कलेक्टर एवं रामलीला मेला समिति के अध्यक्ष अनिल सुचारी ने कहा कि विदिशा की रामलीला अभूतपूर्व है। ऐसी रामलीला न तो कहीं देखी और न ही सुनी है। उन्होंने कहा कि लगातार 117 साल से यहां लीला का क्रम चलता आ रहा है। हमारा प्रयास होगा कि समय के साथ रामलीला में कुछ नए प्रयोग किए जाएं। जिससे लोग इससे जुड़ते रहें। 14 जनवरी को पड़ने वाले मकर संक्रांति पर्व का पुण्यकाल 14 एवं 15 जनवरी की मध्य रात से शुरू हुआ। पुण्यकाल सोमवार को रहने से मुख्य पर्व 15 जनवरी को मनाया गया इस तरह की स्थिति पूर्व में भी कई बार बन चुकी है, जिसके कारण दो दिन तक मकर संक्रांति पर्व मनाया गया। इस बार भी नदी घाटों पर 14 जनवरी रविवार से ही संक्रांति का पर्व शुरू हो गया, जो सोमवार को दिनभर चला विदिशा बेतवा नदी के तटों पर मकर संक्रांति को लेकर सैकड़ों की संख्या में श्रद्धालु पहुंचे। पहले लोगों ने नदी में डुबकी लगाकर पर्व का पुण्य प्राप्त किया, कलयुग की गंगा कही जाने वाली वैत्रवती मे लोगों ने आस्था की डुबकी लगाई। पद्मपुराण मे स्पष्ट वर्णित है कि कलयुग मे पापियों के पापों को हरने वाली बेतवा नदी है। इस पर्व पर तिल से स्नान करने का विशेष महत्व है। वहीं खिचडी अन्न वस्त्र भी दान करने का विधान है। बेतवा के बड़वाले घाट,चरणतीर्थ घाट,महलघाट, बहराबाबा घाट,हनुमान घाट,बब्बू भैया घाट,त्रिवेणी घाट, रामघाट सहित अन्य घाटों पर श्रद्धालुओं ने आस्था की डुबकी लगाकर पुण्य लाभ लिया