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शहडोलः 13 वर्षीय नाबालिग बच्ची के ऊपर एसिड अटैक, एफआईआर दर्ज करने के लिए पुलिस मांग रही 5 हजार रूपये  

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Jun 5, 2019

इरफान खान- एक तरफ जहां राज्य सरकार बेटी बचाओ और देश बढ़ाओ की बात कर रही है, वहीं दूसरी ओर एक 13 वर्षीय नाबालिग बेटी न्याय की आस में पिछले 1 सप्ताह से पुलिस थानों के चक्कर लगा रही है। मामला शहडोल जिले का है, जहां कानून व्यवस्था का हाल बेहाल है। यह बात इसलिये भी कह रहे हैं क्योंकि पीड़िता की मां के ऊपर पहले कुल्हाड़ी से हमला हुआ तो पुलिस चुपचाप बैठी रही। उसके बाद 26 मई को बेटी के ऊपर एसिड अटैक हो गया, लेकिन पुलिस ने कोई कार्यवाही नहीं की। 13 वर्षीय नाबालिग बच्ची के ऊपर एसिड अटैक हो जाता है और पुलिस एफआईआर करने के लिए पांच हजार रुपये की मांग कर रही है। यह आरोप लग रहा है।

आईजी एसपी सिंह ने तुंरत ही आर्थिक मदद की और व्यौहारी टीआई को लगाई फटकार

मध्य प्रदेश की कानून व्यवस्था यह मामला शहडोल जिले के व्यौहारी थाने के अंतर्गत बराछ गांव में रहने वाले एक गरीब परिवार का है। जिसने अब शहडोल रेंज के आईजी एसपी सिंह के यहां इंसाफ की गुहार लगाई है और न्याय की मांग की है। महिला और पीड़ित बच्ची और अपने परिजनों के साथ शहडोल आईजी एसपी सिंह के पास पहुंची। आईजी सिंह ने भी मानवता को शर्मसार करने वाली घटना और बच्ची की हालत देखकर व्यौहारी टीआई को तत्काल फटकार लगाई और कार्यवाही करने के निर्देश दिए। शहडोल पुलिस महानिरीक्षक द्वारा पीड़िता को राहत देते हुए शहडोल कोतवाली में जीरो पर एफआईआर दर्ज कर उसके बाद उसकी आर्थिक स्थिति व एसिड अटैक से पीड़ित नाबालिग लड़की को देखते हुए पांच हजार रुपये की आर्थिक मदद स्वयं की।

एसिड के हमले से किशोरी के कंधे और सीने जले

जिंदगी और मौत के बीच जूझ रही 13 वर्षीया नाबालिग बेटी पर हेमराज नामक युवक ने एसिड से हमला कर दिया। पीड़िता की मां ललिता का कहना है कि वह इलाज के लिए जब अस्पताल में भर्ती थी तभी से उसे बेटी पर हमला होने की आशंका थी। ललिता ने बताया कि 26 मई को मेरी बेटी घर पर अकेली थी जिसका फायदा उठाते हुए आरोपी सरोज कहार का भांजा हेमराज कहार ने बेटी के ऊपर एसिड डाल मौके से फरार हो गया। जिसके बाद बेटी को उपचार के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया। एसिड के हमले से किशोरी के कंधे और सीने पर जलने के निशान पड़ गया है और उसकी हालत नाजुक बनी हुई इस संबंध में डॉक्टरों ने एसिड के हमले के बारे में कुछ भी बताने से कतरा रहे हैं। यही नहीं इस मामले में थाना प्रभारी को भी कोई जानकारी नहीं है।

आईजी ने पूरे मामले को गंभीरता से लेते हुये टीआई और प्रधान आरक्षक को किया निलंबित

बड़ी बात तो यह है कि जब इस मामले में व्यौहारी थाना प्रभारी से बात की गई तो उनका सीधे कहना था कि इस मामले की जानकारी मुझे नहीं है। महिला और उसकी बेटी पर कुल्हाड़ी और एसिड से हुए हमले के संबंध में ब्यौहारी टीआई को इसके बारे में कोई जानकारी नहीं है। आश्चर्य की बात है कि एक तरफ उनका थानेदार व मुंशी पैसे की मांग करता है और दूसरी तरफ टीआई साहब कहते हैं कि मुझे इस मामले की जानकारी नहीं है। पीड़ित महिला की बेटी व उसके परिजन पुलिस पर सीधे आरोप लगा रहे हैं कि उनके द्वारा लगातार पैसे की मांग की जा रही थी और उन्होंने यह कहा था कि अगर कार्यवाही और एफआईआर कराना चाहते हो तो 5000 दे दो। फिलहाल पुलिस के उच्च अधिकारियों के हस्ताक्षेप के बाद मामला कायम हुआ और आईजी ने पूरे मामले को गंभीरता से लेते हुये ब्यौहारी टीआई गोपाल सिंह परिहार, प्रधान आरक्षक वीरेन्द्र तिवारी को निलंबित भी कर दिया है।