Loading...
अभी-अभी:

ग्वालियरः भाजपा नेता पंकज सिकरवार की दिनदहाड़े गोली मारकर हत्या

image

Jul 11, 2019

धर्मेन्द्र शर्मा- ग्वालियर में एक बार फिर से गैंगवार के चलते भाजपा नेता पंकज सिकरवार की दिनदहाड़े कल गोली मारकर हत्या कर दी गई। मृतक भाजपा नेता ने कुछ दिनों पहले पुलिस से सुरक्षा की मांग की थी, लेकिन उसे सुरक्षा मिलने से पहले ही उसे मौत के घाट उतार दिया गया। घटना दोपहर की है, जब बिरला नगर पुल के पास बाइक पर सवार होकर आए बदमाशों ने पंकज पर ताबडतोड़ गोलियां चलनी शुरू कर दी। जिसमें पंकज की मौके पर ही मौत हो गयी।

कई लोगों ने घात लगा कर किया था हमला

भाजपा नेता पंकज सिकरवार के साथ घटना उस वक्त हुई, जब पंकज बिरला नगर पुल के पास वैष्णोपुरम में आए हुए थे। आसपास के लोगों ने तुंरत ही पुलिस को गोलीबारी की सूचना दी। जिसके बाद पुलिस मौके पर पहुंची और तत्काल पंकज को लेकर सीधे सहारा अस्पताल पहुंचाया गया। जहां डॉक्टरों ने पंकज को मृत घोषित कर दिया। पंकज की मौत के बाद शहर के हजीरा थाना क्षेत्र में तनाव का माहौल है। पंकज के परिजनों के मुताबिक पंकज, संजय नगर पुल के पास प्लॉटिंग स्थल पर गए थे। वहां एक बदमाश पहले से जमीन पर बैठा था। उसके बाद दो लोग और आए। उन्होंने आते ही सीधे पंकज पर गोलिया बरसा दी। पंकज को बदमाशों ने हिलने का भी मौका नहीं दिया और उन पर ताबड़तोड़ गोलियां चलाते ही रहे। पंकज के परिजनों का आरोप है कि इस हत्याकांड को अंजाम देने वाले कोई और नहीं बल्कि परमाल तोमर, रमन चौहान, संजय तोमर और उनके साथी हैं। साथ ही वे ये भी आरोप लगा रहे हैं कि पंकज सिकरवार को पहले से अपनी हत्या का अंदेशा था। इसलिए उसने ग्वालियर एसपी से सुरक्षा की मांग की थी, लेकिन पुलिस ने उन्हें सुरक्षा नहीं दी।

दो गुटों के बीच वर्चस्व का मामला बताया जा रहा

हालांकि पंकज अपने एक दोस्त के साथ वहां पहुंचे थे, लेकिन दोस्त थोड़ा उनसे पीछे था, इसलिए वह बच गया। लगातार गोली लगने से पंकज की मौके पर ही मौत हो गई। पुलिस उसे अस्पताल भी ले गई, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। पुलिस को मौके से 5 खोके मिले हैं। पुलिस ने मामला दर्ज इस पूरे हत्याकांड की जांच में जुट गई है और घटनास्थल के आसपास के सीसीटीवी फुटेज को खंगाल रही है जिसके बाद ही पंकज की हत्या के आरोपियों की पहचान हो सकेगी। आपको बता दें कि 20 फरवरी 2018 को अभिषेक तोमर हत्याकांड में पंकज सिकरवार सहित 7 लोगों के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज किया था। कहां जाता है कि हजीरा थाना क्षेत्र में दो गुटों के बीच में वर्चस्व की लड़ाई चल रही है, जिसके चलते आएं दिन इस तरह की गोलीबारी की खबरें समाने आती रहती हैं।