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भागवत कथा सुनने से हृदय की बुराइयां होती हैं दूर:चिन्मयानंद बापू

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Mar 4, 2018

राष्ट्रीय संत श्री चिन्मयानंद बापू ने देवरी के ऐतिहासिक किला मैदान में श्रीमद् भागवत कथा ज्ञान यज्ञ के दूसरे दिन कथा प्रवचन में कहा कि भागवत कथा ऐसी कथा है, जिसके श्रवण करते ही हमारे भीतर की बुराइयां निकल जाती हैं। और हृदय में साक्षात गोविंद विराजमान हो जाते है। उन्होंने कहा कि वेद पढ़ने से जो फल प्राप्त होता है। वह भागवत कथा का एक मंत्र पढ़ने से प्राप्त होता है। 

भागवत ऐसा सरोवर है जिसमें कौवा भी स्नान कर ले तो कोयल बन जाता है। उन्होंने कहा कि कोयल से तात्पर्य मीठा बोलने से है। इसलिए अपनी वाणी को व्यर्थ में बर्बाद ना करें जितना बन सके मीठा बोले उन्होंने कहा कि कौए की कर्कश वाणी के कारण लोग उसे भगाते हैं। वही कोयल की मीठी वाणी लोगों को आनंदित करती है। 

सत्य कड़वा होता है सत्य बोलना हो तो मीठा बोले प्रिय बोले यदि सत्य बोलने से किसी के हृदय में चोट पहुंचती है तो ऐसा सत्य नहीं बोलना चाहिए। श्री बापू ने कहा कि मन क्रम वचन से किसी की हिंसा ना करें कठोर बात बोलकर किसी की हिंसा ना करें। इसलिए कहा जाता है ।कि कोयल की भांति मीठा बोले जो भागवत कथा का आश्रय लेता है। वह कोयल की भांति मीठा बोलने लगता है। उन्होंने बगुला कि संज्ञा देते हुए कहा कि बगुला बहुत पाखंडी छलिया होता है । उसमें भक्ति नहीं होती कुछ लोग बगुला की भांति भक्ति करते हैं। पाखंड और भक्ति का दिखावा करते हैं। ऐसे लोग भी भागवत कथा के आश्रय में आ जाएं तो वह संत बन जाते है ।

उन्होंने कहा कि सत्य के मार्ग पर चलना चाहिए क्योंकि सत्य ही सही राह दिखाता है हमारा भी कर्तव्य है कि समाज को हम सही राह दिखाएं क्योंकि पाखंड की कोई समय सीमा नहीं होती। पाखंड की एक दिन पोल खुल जाती है यदि दुनिया को छोड़ जाना है तो परमात्मा को पकड़ लो और भगवान श्री कृष्ण के प्रेम में रम जाओ।

बापू ने युवाओं को संदेश देते हुए कहा कि आजकल ज्यादातर युवाओं का समय मोबाइल महाराज में बर्बाद होता है लोग कहते हैं यह मोबाइल जब से आया है लोगों की दूरियां मिटा दी है। लेकिन ऐसा नहीं है मोबाइल ने ही लोगों की दूरियां बढ़ा दी है लोग दिनभर मोबाइल पर बात करते रहती है। महिलाएं अपने पति से दिनभर फोन पर बात करती हैं और इन मोबाइलों ने पति की हालत बिगाड़ दी है। क्षण क्षण में बात होती रहती है और समय बर्बाद होता है उन्होंने कहा कि समय का सदुपयोग करें यंत्र को समय देने की वजह मंत्र को समय दें तो मोक्ष प्राप्त होता है।

कथा के अंत में श्रीमद् भागवत पुराण की आरती की गई जिसमें यजमान भगवान दास साहू, पत्नी श्रीमती खिलौनाबाई साहू, जगदीश साहू, पत्नी राधा साहू, अशोक साहू, पत्नी श्रीमती शोभा साहू, गणेश साहू, बालचंद्र साहू, राजू साहू, गुड्डू साहू, केसर साहू, रश्मि साहू ने भगवान की आरती की। इस दौरान हजारों संख्या में श्रद्धालुओं ने हिस्सा लिया।