Jan 27, 2019
धर्मेन्द्र शर्मा - मध्य प्रदेश में कमलनाथ सरकार की महिला बाल विकास मंत्री इमरती देवी अब मुश्किल में पड़ती दिखाई दे रही हैं इमरती देवी की योग्यता को लेकर ग्वालियर के सीनियर एडवोकेट अवधेश सिंह तोमर ने चुनाव आयोग, मुख्यमंत्री, राज्यपाल, ग्वालियर कलेक्टर और एसपी से जांच की मांग की है। शिकायतकर्ता ने सवाल खड़े किए हैं कि एक 12वीं पास व्यक्ति कैसे अनपढ़ों की तरह मुख्यमंत्री के संदेश का वाचन गणतंत्र दिवस पर गलत शब्दों में कर सकता है साथ ही बीच में अपनी गड़बड़ी समझ में आने पर संदेश को कैसे बीच में छोड़कर हंसी ठिठोली करता है साथ ही खुले मंच से ही कलेक्टर को मुख्यमंत्री के संदेश का वाचन करने का आदेश देता है।
चर्चा का विषय बनी इमरती देवी
दरअसल 26 जनवरी को ग्वालियर में गणतंत्र दिवस के मुख्य कार्यक्रम में कमलनाथ सरकार की महिला बाल विकास मंत्री इमरती देवी बतौर मुख्य अतिथि शामिल हुई थी जब उन्होंने मुख्यमंत्री के संदेश का वाचन किया तो वह एक-दो ही लाइन ही मुश्किल पड़ सकी जो लाइनें वे पढ़ पायी, वे गलत थी इस दौरन उन्हें जब अपनी गलती का एहसास हुआ तो मुख्यमंत्री के संदेश को कलेक्टर को पढ़ने का आदेश दे दिया जैसी ही ये वीडियो स्वराज एक्सप्रेस ने दिखाया है, तो राजनीतिक दल में चर्चा का विषय बन गया।
नरेंद्र सिंह तोमर ने दिया बयान
ऐसे में जो शिकायत की गयी है उसमें कहा गया है कि इमारती देवी ने विधानसभा चुनाव में जो शपथ पत्र पेश किया है उसमे उन्होंने अपने आपको राज्य ओपन बोर्ड की परीक्षा में 12वीं पास बातया है। ऐसे में उनकी शैक्षणिक योग्यता की जांच की मांग की गई है कैसे 12 वीं पास महिला अनपढ़ों जैसा मुख्यमंत्री के संदेश का वाचन कर सकती है। वही इस पूरे मामले में केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने बयान दिया है कि अभी नई नई सरकार बनी है अगर कोशिश करेगे और अंदर से नियत साफ रखेंगे तो जल्द सीख जाएंगे।