Sep 13, 2019
अशोक पाटीदार - मनावर विधानसभा में विकास के दावों की पोल खुलती नजर आ रही है। धार महू लोकसभा क्षेत्र के सांसद छतर सिंह दरबार जिस गांव के निवासी हैं, उसी ग्राम पंचायत के बोन्दरपुरा में खुले में आंगनवाड़ी पिछले 35 सालों से लग रही है। आखिर जिले का विकास करने वाले सांसद के ग्राम की यह दुर्दशा है, तो जिले में आंगनड़ियों की स्थिति क्या होगी। उसका अंदाजा आप खुद लगा सकते हैं।
आदिवासियों की सरकार और आदिवासी नेता होने के बाद विकास के दावे निकले झूठे
आदिवासियों के नाम पर सरकार करोड़ों रूपये का कार्य करती है परंतु जमीन पर उसका कोई उपयोग नहीं होता। जिस आंगनवाड़ी में मासूम पढ़ने और खेलने आते हैं, इस बारिश के मौसम में भी खुले में ही बैठने को मजबूर हैं। शिक्षा के नाम पर करोड़ों रुपया कहां पर खर्च हो रहा है, यह समझ से परे है। आदिवासी अंचल की आंगनवाड़ी की दशा देखकर यह अंदाजा लगा सकते हैं कि मध्यप्रदेश में आदिवासियों की सरकार और आदिवासी नेता होने के बाद विकास के दावे करते हैं। मगर जमीन पर कोई भी काम नहीं करते। खुले में बैठकर छोटे-छोटे बच्चे अब आंगनवाड़ी में ही बैठने को मजबूर है।