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झोलाछाप डॉक्टरों ने किया लॉकडाउन का उल्लंघन, मरीजों का कर रहे बेधड़क इलाज , प्रशासन ने की छापामार कार्यवाही

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Apr 24, 2020

शाजापुर (मोहन बड़ोदिया) : कोरोना महामारी को देखते हुए सरकार ने प्रदेश के सभी निजी क्लिनिक बंद करने के आदेश दिए थे लेकिन फिर भी नगर के झोलाछाप डॉक्टर दुकानें बंद नहीं करते हुए मरीजों का इलाज बेधड़क कर रहे थे। दरअसल, इसकी शिकायत कई बार वरिष्ठ अधिकारियों को की जा रही थी जिसके तहत गुरुवार को दोपहर 2 बजे झोला छाप डॉक्टरों के दवाखानों पर अचानक प्रशासन की टीम पहुंची। जैसे ही इसकी खबर नगर में फैली तो सभी झोलाछापों में हड़कंप मच गया और अपनी दुकानों को बंद कर भाग गए।

दवाखानों को किया सील
गुरुवार को दोपहर 2 बजे ब्लॉक मेडिकल अधिकारी डॉ अजयसिंह सोन्ति, नायब तहसीलदार पारस वेश्य, एस.आई. दीपक धुर्वे संयुक्त टीम नगर के मेन बाजार स्थित डॉ. मोहम्मद इसरार गोरी के निजी दवाखाने पर पहुंची जहां टीम ने कई ऐसी दवाई जब्त की है जिसे यूज नहीं किया जा सकता है, को जब्त कर पंचनामा बनाया गया है वहीं दवाखानों को सील कर दिया गया है।

इन जगहों पर हुई छापामार कार्यवाही
टीम द्वारा दूसरी कार्यवाही बस स्टैंड स्थित केला काम्प्लेक्स के सेकंड फ्लोर पर चल रहे राजपूत दवाखाने डॉ बी.पी. सिंह राजपूत पर की है। वहां भी टीम द्वारा दवाईयों के एंजेक्शन यूज किये हुए पाए गए हैं। दोनों दवाखाने पंजीकृत नहीं थे झोलाछाप दुकाने बन्द करवा दी गई है। वहीं टिम चौमा में डॉ. मोहन मालवीय उसके बाद मंडोदा मे डॉ. नरेश सेन निधि क्लिनिक, डॉ विश्वनाथ बंगाली, डॉ घनश्याम जुझार संजीवनी क्लीनिक करने के बाद दुधाना में बंगाली डॉक्टर के यहां पहुंचे तो वो ताला लगाकर भाग गए थे वहीं क्लीनिक को सील कर दिया है ।

ब्लॉक मेडिकल अधिकारी के मुताबिक
डॉ. अजयसिंह सोन्ति ब्लॉक मेडिकल अधिकारी सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र मोहन बड़ोदिया का कहना है कि, हमे कई दिनों से इनके खिलाफ शिकायतें मिल रही थी कि बिना डिग्री के कुछ लोग द्वारा दवाखाने खोलकर इलाज किया जा रहा है वहीं लॉक डाउन के चलते सोशल डिस्टेंस का ध्यान नहीं रखा जा रहा था उसके विरुद्ध कार्यवाही की गई है इनके यहां से कुछ ऐसी दवाइयों का भी इस्तेमाल किया जा रहा था जो नहीं करना चाहिए। सभी जब्त कर इनके अस्पताल बंद करवा दिये गये हैं और अन्य पर भी कार्यवाही की जाएंगी। जिन पर कार्यवाही की गई हैं उन्हें नोटिस देकर 7 दिवस में उनसे डाक्यूमेंट मंगवाए जाएंगे नही मिलने पर एफ. आई. आर. की कार्यवाही की जाएगी।