Aug 1, 2018
सचिन राठौर - जिला मुख्यालय पर इन दिनों आधार कार्ड बनवाना टेड़ी खीर बनता जा रहा है क्यो के पहले जहां निजी संस्थाओं में आधार कार्ड बनाये जाते थे वहीं अब निजी संस्थानों को बंद कर चुनिंदा शासकीय स्थानों पर काम सौप दिया गया है जिनमे बैंक भी शामिल है शहर की सिंडिकेट बैंक का जहां देर रात से ही छात्र छात्रा डेरा डाले सुबह होने का इंतजार कर रहे है ओटलों पर सोये ये छात्र छात्रा रात इसलिए बिताने को मजबूर है।
आधार कार्ड बनवाना किसी मुसीबत से कम नही
क्यो के बैंक प्रतिदिन मात्र 20 आवेदन लेती है उसके बाद अगले दिन पर बात जाती है जिस कारण छात्र छात्रा नम्बर जल्दी लगाने के चक्कर मे रात को बैंक के ओटलों पर सोने को मजबूर हो गए है इस मामले में बैंक एव प्रशासन जवाबदेही से बचने के लिए कैमरे के सामने बोलने से कतरा रहे है जबकी सरकार के आदेश के बाद आधार कार्ड बनवाना जबसे निजी क्षेत्र से बंद हुआ है तथा अन्य सरकारी दफ्तरों और बैंकों को निर्देशित किया तब से छात्र छात्राओं के साथ आम नागरिकों के लिए अब आधार कार्ड बनवाना किसी मुसीबत से कम नही रह गया है।
कलेक्टर ने बात करने से किया इन्कार
स्कूली बच्चों और महिलाए/पुरुष रात को ही बैंको के बाहर डेरा डाल अलसुबह लाइन में खड़े होकर बैंक खुलने का इंतजार करते है इस मामले में कलेक्टर से चर्चा करना चाही तो उन्होंने मीटिंग का हवाला देकर मिलने से इनकार कर दिया जबकी बैंक प्रबंधन कैमरे के सामने बोलने को तैयार नही अब ऐसे में लोग क्या यू ही परेशान होते रहेंगे या कोई व्यवस्था होगी ये जवाबदारों पर निर्भर है।