Dec 7, 2019
राज बिसेन - वाहन चलाते समय हेलमेट की उपयोगिता से किसे इंकार है। इसे लोग अपनी दिनचर्या में लाए इसके लिए पुलिस विभाग को न सिर्फ चालानी कार्रवाई जैसे कठोर कदम उठाने पड़ रहे हैं, बल्कि लगातार जागरुकता कार्यक्रम चलाने पड़ते हैं। बावजूद इसके सड़क दुर्घटनाओं में बिना हेलमेट के गंभीर मौत के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं। ऐसे में रजेगांव के युवाओं की ये सोच कि वे आयोजित कार्यक्रमों में गिफ्ट या उपहार के बदले हेलमेट का वितरण करते हैं ताकि बच्चे हेलमेट की उपयोगिता को समझ अपने बड़ों को हेलमेट पहनने के लिए प्रेरित कर सकें।
हेलमेट की अनिवार्यता पर निबंध प्रतियोगिता कर विजेता छात्र छात्राओं को किया पुरस्कृत
इसके लिए जागरूक युवक हितेश अजीत अक्सर अनोखे तरीके अपनाते हैं। मसलन किसी भी तरह के मांगलिक कार्यक्रम में उपहार स्वरूप हेलमेट देना, आमंत्रण पत्र में हेलमेट के सदयुपयोग जैसे स्लोगन प्रिंट कराना शामिल हैं। कहते हैं कि घर के बड़ों तक कोई सन्देश पहुंचाना हो तो बच्चे सर्वश्रेष्ठ माध्यम होते हैं। इसी धारणा को अपनाते हुए हितेश अजीत ने अपने युवा साथियों संग मिलकर "हेलमेट" विषय पर निबंध प्रतियोगिता का आयोजन रजेगांव शासकीय स्कूल में किया और हेलमेट की अनिवार्यता पर निबंध प्रतियोगिता के विजेता छात्र छात्राओं को पुरस्कार स्वरूप हेलमेट के साथ-साथ प्रमाण पत्र भी दिए गए। हितेश अजीत के इस अनोखे और सराहनीय पहल की न सिर्फ आम नागरिक अपितु सरकारी अधिकारी भी तारीफ करते नहीं थकते हैं।