May 31, 2019
प्रशांत चौरसिया- सरकारे चाहे बदलती रहे लेकिन सरकारी अमला अपने आप को बदलने के लिए कभी तैयार नहीं होता और यही कारण है कि प्रदेश और देश में कोई भी सरकार आ जाए, लेकिन सरकारी तंत्र का ढर्रा वही रहता है। यही कारण है कि आम जनता के कामों को करने के लिए सरकारी महकमे के अधिकारी और कर्मचारी रिश्वत के खेल को बखूबी खेलते रहते हैं। पथरिया में एक बार फिर एक राजस्व निरीक्षक को ₹6000 की रिश्वत लेते लोकायुक्त ने गिरफ्तार किया है।
जमीन का सीमांकन करने के लिए पीड़ित किसान से ₹6000 की रिश्वत मांगते रंगे हाथों हुआ गिरफ्तार
पथरिया विकासखंड के बोतराई में रहने वाले जगदीश प्रजापति ने अपनी जमीन का सीमांकन कराने के लिए जब राजस्व निरीक्षक यशवंत प्रसाद लड़िया से गुहार लगाई, तो आर आई महोदय ने रिश्वत देने की मांग रख दी। 6000 की रिश्वत मांगे जाने पर पीड़ित किसान ने मामले की शिकायत लोकायुक्त में कर दी। लोकायुक्त ने जाल बिछाया और 6000 की रिश्वत लेते राजस्व निरीक्षक को रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया। पथरिया के कार्यालय में लोकायुक्त के शिकंजे में आए राजस्व निरीक्षक के पकड़े जाने पर तहसील में हड़कंप के हालात निर्मित हो गए। पीड़ित किसान ने बताया कि वह कई महीने से सीमांकन के काम हेतु भटक रहा है। वही रिश्वत लेकर काम करने की बात की गई थी। लोकायुक्त अधिकारी का कहना है कि शिकायत के बाद कार्रवाई करते हुए राजस्व निरीक्षक को गिरफ्तार कर कार्यवाही की गई है।








