Jul 5, 2019
दीपिका अग्रवाल- मध्य प्रदेश की तीनों विद्युत वितरण कंपनियों ने दाम वृद्धि का प्रस्ताव विद्युत नियामक आयोग के सामने पेश किया है। यदि प्रस्ताव को मंजूरी मिलती है तो विद्युत के दामों में 12% तक का इजाफा हो सकता है। आयोग की ओर से बिजली कंपनियों के प्रस्ताव के खिलाफ दर्ज आपत्तियों पर शुक्रवार को इंदौर में सुनवाई हुई।
इंदौर के देवी अहिल्या विश्वविद्यालय के खंडवा रोड स्थित ऑडिटोरियम में विद्युत नियामक आयोग के चेयरमैन देवराज बरदी सुनवाई के लिए मौजूद रहे। इस दौरान तीनों विद्युत वितरण कम्पनी के सदस्यों के अलावा इंदौर सहित 15 जिलों से आपत्तिकर्ता जनसुनवाई में पहुंचे और अपनी आपत्ति दर्ज करवाई।
व्यापारी वर्ग ने बिजली दर वृद्धि को अनुचित ठहराया
दरअसल वित्तीय वर्ष 2019 20 के लिए विद्युत वितरण कंपनियों ने 12% से ज्यादा की दाम वृद्धि का प्रस्ताव विद्युत नियामक आयोग के सामने रखा है। विद्युत् वितरण कंपनियों के मुताबिक महंगाई बढ़ने के आधार पर ही 12 प्रतिशत की वृद्धि का प्रस्ताव आयोग के समक्ष रखा गया है। वहीं प्रस्ताव पर आपत्ति दर्ज करवाते हुए व्यापारी वर्ग की ओर से कहा गया कि विद्युत् वितरण कम्पनी बीते वर्ष फायदे में रही है। सोलर तकनीक और एलईडी के माध्यम से घरों और कृषि में विद्युत की खपत कम हो रही है, लेकिन सही मोनिटरिंग के अभाव में विद्युत वितरण कंपनी घाटा दिखा रही है, दर वृद्धि अनुचित है।