Feb 24, 2019
सचिन राठौड़ बड़वानी- जिस तरह से विश्व भर में जल को लेकर जागरूकता फैल रही है, उस हिसाब से अब हर कोई चाहता है कि धरती का जलस्तर बढ़े ताकि पानी के अभाव में लोगों का जीवन कष्टप्रद न बने। मध्यप्रदेश के आसपास बहती नर्मदा न जाने कितने गांव व शहरों को अपनी जल रूपी अमृत सुधा से तृप्त करती आ रही है। मगर इन दिनों बड़वानी में नर्मदा का गिरता जलस्तर जल संकट का ख़तरा बनता जा रहा है। इस विषय में नगर पालिका अध्यक्ष का कहना है कि जलस्तर को बचाने का पूरा प्रयास होगा, ताकि बड़वानी शहर में लोगों को मिलता रहे पानी।
बाँध के कारण पानी रोके जाने से पानी बदबूदार भी हो रहा
राजघाट नर्मदा नदी के लगातार घट रहे जल स्तर से बड़वानी शहर सहित नर्मदा से जुड़े लोगों के सामने एक बार फिर जलसंकट का खतरा मंडराने लगा है। वहीं नर्मदा बचाओ आंदोलन से जुड़े लोग बाँध के कारण नर्मदा का जल के पीने योग्य होने पर भी सवाल खड़े कर रहे हैं। आंदोलन से जुड़े राहुल यादव की मानें तो नर्मदा का जल स्तर तेजी से गिर रहा है। आज की स्थिति में जल स्तर 105 मीटर है, जो इस बार के होने वाले जल संकट की और साफ़ इशारा करता है। वहीं राहुल का कहना है कि बाँध के कारण पानी रोके जाने से पानी बदबूदार भी हो रहा है और पीने योग्य भी नहीं है। वहीं नगर पालिका अध्यक्ष इस मामले में कहते हैं कि पिछले वर्ष जनवरी में ही जल स्तर कम हो गया था। इस बार तो फिर भी स्थिति ठीक है। उन्होंने ने कहा कि पानी की समस्या न हो इस बात को लेकर वे प्रयासरत हैं। 26 को बड़वानी आ रहे मुख्यमंत्री से भी चर्चा कर इंटेकवाल की मांग करेंगे और भी सभी आवश्यक प्रयास किये जाएंगे, जिससे शहर में जल संकट न हो।