Loading...
अभी-अभी:

पवई में हुआ शहीद बालेन्द्र सिंह का सम्मान, 13 जून 1999 को आया था युद्ध का बुलावा

image

Aug 14, 2018

सतीष पटेल - शहीद बालेन्द्र सिंह की पत्नी के निवास पर आज शौर्य दिवस का आयोजन किया गया जहां देश के वीर सपूत शहीद बालेन्द्र सिंह के छायाचित्र पर फूलमाला व दीप प्रज्जवलित कर उनका सम्मान कर उनके जीवन से उनकी वीरता तक के सफर पर प्रकाश डाला गया उत्तर प्रदेश के महोबा जिले के ग्राम गंज में एक किसान परिवार में 12 अक्टूबर 1969 को शहीद बालेन्द्र सिंह नें जन्म लिया।

उन्होंने अपनी प्रारंभिक शिक्षा ग्राम गंज में की इसके बाद इंटर व उच्च शिक्षा छतरपुर से की 1991 में बी0एस0एफ0 में उनका चयन होने के बाद दिल्ली में ट्रेनिंग ली इसके बाद उन्होंने अम्बाला व कश्मीर में राजपूताना राईफल रेजीमेन्ट में देश की सेवा के लिए कार्य किया सन् 1999 में पाकिस्तानी सेना द्वारा कारगिल में आक्रमण कर दिया गया था।

उस दौरान बालेन्द्र सिंह छुट्टी पर अपनें घर आये हुये थे जिन्हें 13 जून 1999 को वापिस बुलानें का संदेश आया जिसके तुरन्त बाद वह देश की सुरक्षा के लिए युद्ध में शामिल होने अपनें घर से निकल गये जहां पाकिस्तानी सेना से युद्ध के दौरान 7 दिन बाद 21 जून 1999 को गोली लगनें के कारण वह देश के लिए शहीद हो गये जिनका पार्थिव शरीर 28 जून 1999 को उनके गृह ग्राम गंज लाया गया जहां पूरे राजकीय सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार किया गया।