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किसान आंदोलन: गोलीबारी में शिकार हुए किसान के परिवार से स्वराज एक्सप्रेस की सीधी बात

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Jun 3, 2018

प्रदेश के किसान जहां एक ओर किसान आंदोलन के जरिये अपनी नाराजगी व्यक्त करते हुए अपनी बात सरकार तक पहुंचाने का प्रयास कर रहे है वहीं पिछ्ली बार के किसान आंदोलन में मारे गए 6 किसानों में एक किसान नीमच जिले का भी था। घटना के एक साल बाद कैसे है गांव के हाल, क्या कहते है किसान, ओर मृतक किसान के परिवार का क्या है कहना इन्ही सब बातों को लेकर स्वराज संवाददाता राजेश लक्षकार ने चर्चा की है।

पिछले साल किसान आंदोलन के दौरान गोलीबारी का शिकार हुए किसान चेनराम पाटीदार जो नीमच जिले के जीरन तहसील अंतर्गत ग्राम नयाखेड़ा का रहने वाला था। दोस्तो के साथ आंदोलन देखने के लिए घटनास्थल पहुंचा था, उसी दौरान हुए उपद्रव में पुलिस फायरिंग में चेनराम पाटीदार को गोली लग गई थी जिससे उसकी मौके पर मौत हो गई थी। जिसको लेकर किसानों का आक्रोश काफी बढ़ गया था। सरकार गोलीबारी की घटना की जांच के आदेश देकर पिपलिया मंडी थाना प्रभारी को निलंबित कर दिया था इसके अलावा मृतक किसानों के परिवार को 1 करोड रुपये, परिवार के सदस्य को नोकरी देने का वादा किया था। 

सीएम शिवराज ने परिवार को दी थी सांत्वना
मृतक किसान चेनराम के घर सांत्वना देने आए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने गांव को मुख्य सड़क से जोड़ने का वादा भी किया था। साल भर बाद उसी मृतक किसान की मां से जब हमने बात की तो उन्होंने अपना दर्द बताते हुए कहा कि एक करोड़ से क्या मेरा बेटा वापस आ जायेगा। एक करोड़ रुपये मेरे बच्चे की भरपाई नही कर सकता है, आखिर उसे क्यों मारा गया वो कोई गुनहगार नहीं था और सीएम साहब वादा करके गए थे के उसके कातिलों को सजा देंगे अब तक क्यों सजा नही दी गई मेरे चेनराम के कातिलों को। चेनराम की मां को बाकी के वादों से कोई मतलब नही बस मां दर्द है कि कातिलों को सजा मिलना चाहिए।

मृतक किसान के भाई  का क्या है ​कहना
मृतक किसान के भाई गोविंद का कहना है कि मुआवजे के लिए 1 करोड़ की जो घोषणा की गई थी वो मिल चुके है, नौकरी देने की बात कही थी उसके लिए मुझे डॉक्यूमेंट लेकर कलेक्टर साहब ने बुलाया है, जल्द ही नौकरी दिए जाने का आश्वासन मिला है। गांव की सड़क बनाने के लिए राशि मंजूर कर दी गई है। इन सारी बातों के बाद ग्रामीणों और किसान आंदोलन में गोलीबारी के शिकार हुए किसान चेनराम के परिवार के लोगो का भले ही आक्रोश कम हो गया है लेकिन दर्द अभी भी बाकी है जिसे कोई दौलत कोई लालच कम नही कर सकता है।