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नगरपरिषद की उपलब्धि देखिए, 33 साल में बना पाई एक बस स्टेंण्ड!

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Feb 18, 2018

रतलाम। रतलाम की नगर परिषद् ताल की उपलब्धि 33 साल में बना पाई एक बस स्टेण्ड, बड़ी बात ये की पिता पूर्व सीएम कैलाश जोशी ने किया शिलान्यास पुत्र राज्य मंत्री दीपक जोशी ने किया उद्घाटन 
आपको बता दें कि सरकारी पैसों का किस तरह से दुरूपयोग होता है और आम जनता तक प्रदेश की योजनाओं का लाभ क्यों नहीं पहुँच पाता है इसका जीता जागता उदाहरण दिखा रतलाम जिले की ताल नगर परिषद् के उद्धघाटन लोकार्पण और शिलान्यास कार्यक्रम में। यहाँ भाजपा नेताओं की आपसी खींचतान का नतीजा ये रहा की जिस बस स्टेण्ड का 33 साल पहले पूर्व मुख्यमंत्री कैलाश जोशी ने भूमि पूजन किया था उसका उद्धघाटन उनके पुत्र और राजयमंत्री दीपक जोशी ने किया। बड़ी बात तो ये भी है की करोड़ों के शिलान्यास लोकार्पण जो अब हुए उनमे भाजपा के ही कई नेता नदारत रहे।

गौरतलब है कि मुख्यालय से लगभग 80 किलोमीटर दूर ताल तहसील में शनिवार को नगर परिषद् द्वारा आयोजित लोकार्पण शिलान्यास और भूमि पूजन कार्यक्रम में केंद्रीय मंत्री थावर चंद्र गेहलोत, प्रदेश के राज्य मंत्री दीपक जोशी, उज्जैन आलोट सांसद चिंतामणि मालवीय, खाचरोद विधायक दिलीप सिंह शेखावत, आलोट विधायक जीतेन्द्र गेहलोत, मप्र कर्मकार बोर्ड के अध्यक्ष सुलतान सिंह शेखावत, जावरा विधायक डॉ राजेंद्र पांडेय सहित नगर परिषद् अध्यक्ष श्वेता संजय जैन बंटी पितलिया मौजूद रहे पर करोड़ों की लागत से बने इस बस स्टेंड के उद्धघाटन में एक भी स्थानीय नेता नहीं रहा और यह आपसी कटुता का कारण रहा की इस बस स्टेंण्ड का उद्घाटन 33 साल बाद हो पाया इस पर दीपक जोशी ने बयान देते हुए इस मामले को सरकारी कारण बताया और बात खत्म करदी।

बात इतनी ही नहीं है समारोह में न बुलाये जाने पर ताल के वरिष्ठ भाजपा नेता और पूर्व मंडी अध्यक्ष राजेश परमार का दूरभाष पर कहना है कि सभी पार्षदों ने इसका बहिष्कार किया है यहाँ तक की डेमेज हो चुके भवनों का भी लोकार्पण करा दिया गया, इतना ही नहीं इनमे से कई कामों का पहले से ही शिलान्यास लोकार्पण भूमि पूजन हो गया और इसी कारण से भाजपा जिलाध्यक्ष सहित एक भी मंडल अध्यक्ष और स्थानीय नेता नहीं आया। आपको बता दें की पिछले चौदह सालों से प्रदेश में भाजपा की सरकार है तो यहाँ पर बड़े नेता केंद्र में मंत्री रहे विधायक मनोहर ऊंटवाल प्रदेश में मंत्री रहे और एक समय पर मनोहर ऊंटवाल ख़ास माने जाते थे संजय जैन बंटी पितलिया जिनकी पत्नी अभी नगर परिषद् ताल में अध्यक्ष हैं फिर भी इतने साल एक बस स्टेण्ड को बना पाना वास्तव में शर्म की बात है।

पूरे कार्यक्रम में भाजपा पार्षदों सहित कई वरिष्ठ नेताओं का ना आना चर्चा का विषय बना हुआ है। भाजपा की पूरी कमान बंटी पितलिया ने अपने हाथों में ले ली है तथा उनके द्वारा अपने ही पार्षदों एवं नेताओं का सम्मान नहीं करना उनको विश्वास में नहीं लेना चर्चा का विषय बन रहा है। अगर सूत्रों की माने तो बंटी पितलिया की पत्नी जो नगर परिषद अध्यक्ष हैं उनके खिलाफ जल्दी अविश्वास प्रस्ताव आ सकता है।