Aug 17, 2022
Gwalior: अगर आप किसी शिकायत के लिए कंपनी, बैंक या फिर अन्य संस्था का कस्टमर केयर नंबर गूगल से ढूंढते हैं तो सावधान हो जाएं। जी, हां यह सही है, क्योंकि बड़ी-बड़ी कंपनियों से लेकर बैंक, फायनेंस कंपनी और तमाम संस्थाओं के नाम से ठगों ने अपने नंबर डाल रखे हैं। इन पर काल करते ही यह खुद को बैंक, कंपनी का कस्टमर केयर अफसर बताते हैं। पूरी जानकारी लेते हैं, इसके बाद ठगी कर लेते हैं। कई ठग तो अलग-अलग एप डाउनलोड कराकर मोबाइल ही हैक कर लेते हैं। इस तरह की ठगी की घटनाएं लगातार सामने आ रही हैं। हाल ही में ग्वालियर के एक अभिभाषक के साथ 1.99 लाख रुपये की ठगी हुई। उन्होंने क्राइम ब्रांच में एफआइआर भी दर्ज कराई है, लेकिन अभी तक ठगों का कोई सुराग नहीं लगा है।
यह है पूरा मामला
गोला का मंदिर स्थित पुष्कर कालोनी के रहने वाले अवधेश सिंह भदौरिया मप्र हाईकोर्ट की ग्वालियर बेंच में अभिभाषक हैं। उनका फोन-पे काम नहीं कर रहा था, इसके चलते उन्होंने अपना गोपनीय पिन बदला। उन्होंने बैंक के बाबू को इस संबंध में सूचना दी। फिर फोन पे का कस्टमर केयर नंबर इंटरनेट से सर्च किया। इंटरनेट से जब नंबर सर्च किया तो एक नंबर मिला। इस नंबर पर काल करते ही एक युवक ने फोन उठाया। उसने खुद को कस्टमर केयर अफसर बताया। उसने कहा- जो भी तकनीकि दिक्कत है, वह एप डाउनलोड करने से दूर हो जाएगी। उसने पहले एनीडेस्क, फिर एनएक्सटी एप डाउनलोड करा दिया। फिर अभिभाषक के मोबाइल पर पहले एक लाख रुपये, फिर 99 हजार रुपये निकलने का एसएमएस आया। तब उन्हें ठगी का पता लगा। उन्होंने बैंक में संपर्क कर खाता ब्लाक कराया।
ये रखे सावधानी
-कभी भी किसी कंपनी या बैंक के कस्टमर केयर नंबर की जरूरत हो तो आफिशियल बेवसाइट पर जाएं, यहां दिए गए नंबर पर ही बात करें।
-कभी किसी को फोन पर न तो बैंक खाता नंबर बताएं, न ओटीपी और न ही अन्य जानकारी।