Nov 23, 2019
दीपिका अग्रवाल : मध्य प्रदेश सरकार द्वारा आगामी निकाय चुनाव में महापौर और अध्यक्ष पद को लेकर किए गए बदलाव के बाद जहां एक और दोनों ही मुख्य राजनीतिक दल कांग्रेस और भाजपा में आरोप-प्रत्यारोप और विचार मंथन का दौर शुरू हो गया है। वहीं इंदौर नगर निगम के एमआईसी सदस्य दिलीप शर्मा ने राजपत्र में महापौर चुनाव के नियमों में किए गए बदलाव के संदर्भ में मुख्यमंत्री कमलनाथ और राज्यपाल को पत्र लिखकर स्पष्टीकरण की मांग की है।
दरअसल एमआईसी सदस्य दिलीप शर्मा का कहना है कि महापौर चुनाव को लेकर शुरुआती दौर में यह बात सामने आई थी कि शहर का महापौर चुने हुए पार्षदों में से ही किसी को बनाया जाएगा, लेकिन राजपत्र में इस सन्दर्भ में दी गई है सुचना में यह उल्लेख है कि चुने हुए पार्षदों द्वारा ही महापौर चुना जाएगा, लेकिन यह कहीं भी उल्लेख नहीं है कि महापौर पार्षदों में से होगा या कहीं बाहर से इसी मुद्दे पर स्पष्टीकरण की मांग को लेकर एमआईसी सदस्य द्वारा पत्र सीएम और राज्यपाल को लिखा गया है। वहीं राज्य सरकार द्वारा किए गए बदलाव और राजपत्र में लिखे गए वाक्य को लेकर उन्होंने सीएम कमलनाथ पर किसी बाहरी व्यक्ति को लाकर महापौर बनाने का आरोप लगाने के साथ ही सरकार की नियत पर सवाल खड़े किये हैं। गौरतलब है कि प्रदेश सरकार द्वारा प्रदेश के सभी नगरीय निकाय में महापौर और अध्यक्ष पद के लिए प्रत्यक्ष प्रणाली से चुनाव कराने की अधिसूचना जारी की गई थी, जिसके बाद से ही इस विषय पर राजनीति गर्म है।