Oct 16, 2019
भूपेंद्र सेन : साउथ को जोड़ने वाला इंदौर इच्छापुर हाईवे इन दिनों गड्ढों में तब्दील हो चुका है। देखा जाए तो जनप्रतिनिधि अधिकारी प्रतिदिन इस पर सफर करते हैं। बता दें कि बड़वाह स्थित देश के प्रमुख शहरी क्षेत्रों को जोड़ने वाले इंदौर ईच्छापुर हाईवे मार्ग बड़े बड़े गद्दों में तब्दील हो चुका है।इस हाईवे से गुजरने वाले वाहन चालक कब और कैसे अपने घर सुरक्षित पहुचेंगे यह भगवान ही जानता है।
घंटो परेशान हो रहे राहगीर
हाईवे की स्थिति इतनी दयनीय हो चुकी है कि वाहनों की टूट-फूट होने के कारण राहगीरो को घंटों जाम का सामना करना आम बात हो चुकी हैं। ऐसे जाम में उलझने के कारण इमरजेंसी में एंबुलेंस वाहन भी घायलों को समय पर हॉस्पिटल नहीं पहुंचा पाते है जिसके कारण कई मरीजों को समय पर उपचार के अभाव में अपनी जान गंवाना पड़ती है।
कब खुलेगी जनप्रतिनिधियों की नींद?
बता दें कि इंदौर इच्छापुर हाईवे पर जो दूरी 2 घंटे में तय हो रही थी आज वही समय बढ़कर 3 से 5 घंटे तक का हो चुका है।जबकि इस हाइवे से आम व्यक्ति से लेकर कई मंत्री नेता एवं प्रशसानिक वरिष्ठ अधिकारी भी इस मार्ग से गुजरने के दौरान अनदेखी करते नजर आ रहे हैं।जबकि जिम्मेदार भी इस हाईवे की दुर्दशा सुधारने में नाकाम साबित हो रहे है। आज हर वाहन मालिक एडवांस टैक्स भर रहा है क्या उनके प्रति सरकार की कोई जिम्मेदारी नहीं बनती आखिर कब तक इन गड्ढों को समाजसेवी कपिल तिवारी एवं लायंस क्लब सदस्य जाकिर हुसैन गड्ढे भरने के लिए परिश्रम नजर आ रहे हैं।आज इन समस्या को पूरा करने के लिए शासन प्रशासन का ध्यान इस समस्या पर आकर्षित करवा रहे है। इंदौर इच्छापुर हाईवे पर समाजसेवी अपने अपने उपायों से सरकार का ध्यान आकर्षित करना चारही है। अब देखने वाली बात यह होगी कि जनप्रतिनिधि कब नींद खुलती है और इधर कब ध्यान देती है।