Jun 5, 2019
मनीष जायसवाल : नेपानगर चौतरफा जंगल से घिरा हुआ है, जिसे सतपुडा का जंगल भी कहते है, जंगल से लगे नेपानगर के अधिकांश गांवो में कई बार तेंदुअे और शिकारी जानवरों को देखा गया है, लेकिन इस बार चिंता का विषय है की रतागढ गांव के किसान राजु रामचंद्र के केली के खेतों में बाघ देखे जाने की बात सामने आई है, बाघ के मूवमेंट और पंजो के निशान वाले स्थान पर वन विभाग ने मंगलवार देर शाम से पिंजरा रखकर उसमें चारे के रूप में कुत्ते को बांध दिया है। वहीं पूरा गांव दहशत के साये में जीने को मजबूर है।
बाघ के पकडे जाने के बाद ही पूरा गांव राहत की सांस लेगा, कुछ ग्रामीणों का कहना है, कि 15 से अधिक लोगों ने उस जंगली जानवर को देखा है। वह बाघ ही है, लेकिन वन विभाग इस बात को नही मान रहा है। किसानों का कहना हैं की बाघ के मुवमेंट वाले इलाके में सीसीटीवी कैमरे लगाए जाने चाहिये, जिससे इस बात की पुष्टी हो जायगी की दिखने वाला जानवर बाघ हे या तेंदुआ।