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हॉस्टल संचालक ने एक 14 वर्षीय मासूम पर की ऐसी ज्यादती जानकर हो जाएंगे दंग..

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Aug 9, 2018

अमित निगम : रतलाम के औद्योगिक थाना क्षेत्र अंतर्गत एक बढ़ा अमानवीय मामला सामने आया है जिसमें एक 14 वर्षीय बालक को स्कूल टीचर एवं हॉस्टल संचालन करने वाले व्यक्ति के द्वारा अमानवीय तरीके से पीटा गया है और जब बच्चा चलने फिरने लायक हुआ तो वह अपने माता-पिता के पास पहुंचा और थाने पर जाकर रिपोर्ट दर्ज करवाई।

बता दें 14 वर्षीय संदीप चरपोटा नामक बच्चा गांधीनगर के डैफोडिल नामक स्कूल में पढ़ता है वह आठवीं का छात्र है वहीं पर एक युवक जिसका नाम दुर्गेश कलावा है वह भी पढ़ाता है तथा इंदिरा नगर में अनाधिकृत रूप से आदिवासी बच्चों का एक हॉस्टल बिना अनुमति के चलाता है इस हॉस्टल में 1 साल में 35 बच्चों को भेड़ बकरियों की तरह रखा जाता है। पूरे घटनाक्रम के अनुसार संदीप चरपोटा बिना बताए उसके हॉस्टल से अपने घर बाजना भाग गया था उसके बाद जब बच्चे को उसके पिता के द्वारा पुणे हॉस्टल में भेजा गया तो हॉस्टल संचालक के द्वारा एक पटिए से उससे अमानवीय तरीके से मारपीट की गई।

हॉस्टल संचालक दुर्गेश ने उसे पहले पैरों पर पीटा और जब बच्चा बेसुध गिर गया तो उसकी पीठ पर पटिए से लगातार कई बार वार करें जिससे बच्चे की शरीर पर जगह जगह चोटों के गंभीर निशान पड़ गए। बच्चा चलने-फिरने के लायक भी नहीं रहा और जब वह चलने लगा तो पुन: हॉस्टल से भागकर अपने माता-पिता को पूरी बात बताई उसके बाद उसके माता पिता उसे लेकर रतलाम आए। वहां आदिवासी छात्र संगठन के अध्यक्ष ज्ञान सिंह डामोर की सहायता के साथ औद्योगिक पहुंच कर रिपोर्ट दर्ज कराई इसके पश्चात पुलिस ने हॉस्टल संचालक दुर्गेश कलावा को अपनी अभिरक्षा में लेकर उससे पूछताछ की,  उसके पश्चात उस पर प्रकरण दर्ज किया गया।

मीडिया से चर्चा में हॉस्टल संचालक ने बताया कि बच्चा बार बार भाग जाता था इसलिए उसके पिता ने कहा था कि और थोड़ा डरा देना जिसके चलते मैंने बच्चे के साथ मारपीट की हॉस्टल संचालक ने स्वयं स्वीकारा की मारपीट के दौरान उससे कुछ ज्यादा ही बच्चे की पिटाई हो गई जिससे बच्चे को गंभीर चोटें आई पुलिस के द्वारा प्रकरण दर्ज कर मारपीट करने वाले हॉस्टल संचालक एवं शिक्षक को गिरफ्तार कर लिया गया है एवं उसके खिलाफ विभिन्न धाराओं में कार्रवाई की जा रही है।