Mar 16, 2018
डिंडौरी। आदिवासी जिले डिंडौरी में अब तक रिश्वतखोरी के कई मामले सामने आ चुके हैं, जिनमें कलेक्ट्रेट के एस डी एम् रीडर से लेकर तहसीलदार ऑफिस के चपरासी पर सीधा आरोप लगा है।
कुछ दिनों पहले हुई थी कार्रवाई...
बता दें कि कुछ दिनों पहले एस डी एम् के रीडर को रिश्वत लेते रंगे हाथों लोकायुक्त ने धर दबोचा था, लेकिन राजस्व मामलों में रिश्वत खोरी की शिकायत थमने का नाम नहीं ले रही है। अब ताज़ा मामला महिला किसान का सामने आया है। किसान महिला ने शाहपुर क्षेत्र के नायब तहसीलदार पर जमीन नामांतरण के नाम पर 2000 रु. की रिश्वत मांगने का सीधा आरोप लगाते हुए कलेक्टर को लिखित शिकायत की है।
वहीं मामले को लेकर जिला कांग्रेस ने जांच कर कार्यवाही की मांग की है, और कार्यवाही न होने पर आन्दोलन की चेतावनी दी है। अब देखना ये होगा कि जिला प्रशासन क्या कार्यवाही करता है
क्या है मामला...
दरअसल केवलारी माल गांव निवासी महिला किसान कांति बाई ने कुछ दिनों पहले अपने नाम की पैत्रिक जमीन को अपने बेटे रितेश के नाम करना चाहा था, लेकिन कांति बाई को इसके लिए कई चक्कर नायब तहसीलदार दफ्तर के काटने पड़े। जमीन नामांतरण करवाने के लिए कांति बाई यादव ने नायब तहसीलदार के ऑफिस में आवेदन दिया।
महिला का कहना...
महिला का आरोप है कि नामांतरण के आवेदन के बाद सभी दस्तावेज जमा करते ही कुछ दिनों बाद नामांतरण नायब तहसीलदार के द्वारा कर दिया गया, लेकिन जब कांति बाई यादव उस नामांतरण किये दस्तावेजो को लेने पहुंची तो उन्हें कई दिनों तब नायब तहसीलदार के ऑफिस चक्कर लगवाया गया, और दफ्तर में घंटों बैठाया गया। नामांतरण हुए दतावेजों के लिए नायब तहसीलदार द्वारा 2000 रु. की खुली मांग किसान महिला से की गई, जिसे देने से कांति बाई ने साफ़ मना कर दिया और शिकायत कलेक्टर को कर दी।
वहीं मामले की जानकारी लगते ही जिला कांग्रेस के प्रवक्ता ने किसान महिला को न्याय दिए जाने और नायब तहसीलदार की जांच कर कार्यवाही की मांग कलेक्टर से की है, और कार्यवाही न होने पर आन्दोलन की चेतावनी भी दी है।