Jan 2, 2020
तमिलनाडु में नागरिकता संशोधन अधिनियम और राष्ट्रीय जनसंख्या रजिस्टर का विरोध करने वाली एक महिला के संदिग्ध डाक्यूमेंट्स से पुलिस ने बड़ा खुलासा किया है। दरअसल, इस महिला के सोशल मीडिया प्रोफाइल से पता चला है कि महिला पाकिस्तान के किसी संगठन में शोधकर्ता हैं। चेन्नई के पुलिस कमिश्नर एके विश्वनाथन ने बताया है कि यह पता करने के लिए हमने जांच आरंभ कर दी है कि महिला का पाकिस्तान से कोई सीधा ताल्लुक है या नहीं। इस महिला ने कुछ अन्य महिलाओं के साथ मिलकर कोलम (रंगोली) बनाकर विरोध जाहिर किया था। इस विरोध प्रदर्शन में कुछ महिलाओं ने रविवार को चेन्नई के बेसंत नगर क्षेत्र में रंगोली बनाई और NO 2 CAA, NO 2 NRC और NO 2 NPR लिखा है। सिटी पुलिस ने इस बारे में कुछ लोगों को हिरासत में लिया और बाद में उन्हें छोड़ दिया।
पुलिस कर रही है आगे की जांच
इस घटना के बाद द्रविड़ मुनेत्र कड़गम के राष्ट्रीय अध्यक्ष एमके स्टालिन और डीएमके सांसद कनिमोझी ने इसका समर्थन किया है। प्रदर्शनकारी महिलाओं ने स्टालिन से मुलाकात भी की थी। पुलिस कमिश्नर ने बताया है कि, 'हम जांच कर रहे हैं कि गायत्री खंधादाई का पाकिस्तान के बाइट्स फॉस ऑल से ताल्लुक है या नहीं? यह महिला नागरिकता संशोधन अधिनियम के खिलाफ चेन्नई के कोलम इलाके में हुए विरोध प्रदर्शन में नजर आई थी। यदि आप गायत्री का फेसबुक प्रोफाइल देखते हैं, तो पता चलता है कि वह बाइट्स फॉस ऑल पाकिस्तान में शोधकर्ता हैं।' उन्होंने बताया कि इस संस्था का एसोसिएशन ऑफ ऑल पाकिस्तान सिटीजन जर्नलिस्ट्स के साथ ताल्लुक होने का संदेह है।