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बांग्लादेश में भारतीयों की सुरक्षा पर हमारी नजर, आर्मी चीफ से की बात; संसद में विदेश मंत्री जयशंकर

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Aug 6, 2024

बांग्लादेश अभी भी हिंसा की आग में बुरी तरह झुलसा हुआ है. शेख हसीना ने प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया है और फिलहाल भारत में शरण ले रही हैं, वहीं भारतीय विदेश मंत्री एस जयशंकर ने बांग्लादेश के हालात पर राज्यसभा में बयान दिया है. उन्होंने कहा, 'हम ढाका प्रशासन के संपर्क में हैं और वहां की एजेंसियों को वहां के राजदूतों और हिंदुओं की सुरक्षा भी सुनिश्चित करने के लिए कहा गया है.' इससे पहले बांग्लादेश में हिंसा पर सर्वदलीय बैठक हुई, जिसमें केंद्रीय गृह मंत्री, विदेश मंत्री, रक्षा मंत्री, राज्यसभा के नेता, संसदीय कार्य मंत्री समेत कई नेता मौजूद रहे.

बांग्लादेश संकट पर राज्यसभा में क्या बोले जयशंकर?

बांग्लादेश संकट को लेकर राज्यसभा में बयान देते विदेश मंत्री एस. जयशंकर (एस. जयशंकर) ने कहा कि 'हम इस संकट पर नजर बनाए हुए हैं. सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद भी वहां हिंसा जारी है. हिंदू अल्पसंख्यकों को निशाना बनाया गया. हम ढाका के संपर्क में हैं. शेख हसीना ने भारत आने की इजाजत मांगी. इसके अलावा हम बांग्लादेश में भारतीय समुदाय के साथ भी संपर्क में हैं.' बांग्लादेश में 9000 छात्रों समेत हजारों भारतीय मौजूद हैं.

बांग्लादेश में हिंदू अल्पसंख्यकों पर हमले चिंता का विषय: जयशंकर

उन्होंने राज्यसभा में कहा, 'बांग्लादेश हमारे बहुत करीब है और जनवरी से ही वहां हंगामा मचा हुआ है. बांग्लादेश में जून-जुलाई में हिंसा शुरू हुई. हम वहां के राजनीतिक दलों के संपर्क में थे. कोटा सिस्टम पर सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद भी बांग्लादेश में हालात बिगड़ गए और शेख हसीना को इस्तीफा देना पड़ा. 4 अगस्त को हालात सबसे खराब हो गए. ज्यादातर अल्पसंख्यकों पर हमले हुए हैं, जो चिंता का विषय है.'

'हमारी सरकार भारतीय समुदाय के संपर्क में है'

उन्होंने कहा, 'बांग्लादेश में जुलाई से हिंसा हो रही है. 21 जुलाई को सुप्रीम कोर्ट ने आरक्षण पर फैसला सुनाया, लेकिन विरोध जारी रहा. फिर 4 अगस्त को हिंसा फिर से शुरू हुई, प्रदर्शनकारियों ने पुलिस पर हमला किया, सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुंचाया, फिर 5 अगस्त को कर्फ्यू लगा दिया गया, सड़कों पर मार्च आयोजित किए गए. बांग्लादेश सेना प्रमुख ने राष्ट्र को संबोधित किया और शांति की अपील की. हिंदू अल्पसंख्यकों को निशाना बनाया गया. हमारी सरकार भारतीय समुदाय के संपर्क में है और अल्पसंख्यकों की स्थिति पर नजर रख रही है.'

शेख हसीना ने भारत आने की इजाजत मांगी

उन्होंने कहा कि, हिंसा के बाद शेख हसीना ने प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था और भारत आने की इजाजत मांगी थी. हमारी सीमाओं पर सतर्कता बरती जा रही है और बीएसएफ को अलर्ट पर रहने को कहा गया है. हम ढाका प्रशासन के संपर्क में हैं. भारत किसी भी स्थिति से निपटने के लिए तैयार है. केंद्र सरकार ने भी हसीना से विस्तार से चर्चा की है.

गौरतलब है कि बांग्लादेश के खुलना के मेहरपुर में दंगाई तत्वों ने एक इस्कॉन मंदिर और एक अन्य मंदिर में तोड़फोड़ की और आग लगा दी, जिसमें भीड़ ने कथित तौर पर दो हिंदू पार्षदों की हत्या कर दी.

सरकार बांग्लादेश की स्थिति पर नजर रख रही है: जयशंकर

इससे पहले विदेश मंत्री ने सर्वदलीय बैठक को संबोधित करते हुए कहा कि बांग्लादेश में स्थिति इतनी चिंताजनक नहीं है कि हिंसा प्रभावित देश से 12,000-13,000 भारतीयों को निकालने की जरूरत पड़े. उन्होंने सर्वदलीय बैठक में कहा कि सरकार विरोधी प्रदर्शनों के कारण शेख हसीना के नेतृत्व वाली सरकार के पतन के बाद बांग्लादेश में स्थिति पर सरकार बारीकी से नजर रख रही है. गौरतलब है कि बांग्लादेश में जहां रविवार से हिंसा शुरू हो गई है, वहीं अब भी वहां भीषण आग की स्थिति बनी हुई है. हिंसा के बाद शेख हसीना को प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा देकर भारत में शरण लेनी पड़ी. इस हिंसा में अब तक 300 से ज्यादा लोगों की मौत की खबर है.

Report By:
Devashish Upadhyay.