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Swaraj Khass- 3800 करोड़ का जुर्माना, एक और मुश्किल में फंसे ट्रंप!

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Feb 18, 2024

Swaraj Khass - ट्रम्प के लिए खुद को चोट न पहुँचाने या अपनी संपत्ति न खोने का सबसे आसान तरीका अपने समर्थकों के खिलाफ झूठ फैलाकर धन जुटाना है। ट्रंप नई मुहिम शुरू करके समर्थकों से पैसा जुटा सकते हैं, लेकिन सवाल ये है कि ट्रंप की गिरती छवि और बढ़ते मामलों को देखते हुए लोग कितना पैसा देंगे... ट्रम्प के खिलाफ मामलों में वकीलों की फीस पिछले साल 40 मिलियन डॉलर से अधिक हो गई। इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि ट्रम्प के लिए कितना प्यार है, अमेरिकी इतने मूर्ख नहीं हैं कि ट्रम्प द्वारा लागु किए गए करों के लिए अपनी जेबें खाली कर दें, इसलिए ट्रम्प के लिए समर्थकों से पैसा वसूलना मुश्किल है।

अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप फिलहाल बराबरी पर बैठे हैं... एक तरफ ट्रंप दोबारा अमेरिका के राष्ट्रपति बनने के लिए बेचैन हैं..और रिपब्लिकन पार्टी के राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार बनने के लिए अपनी पूरी ताकत लगा रहे हैं तो वहीं दूसरी तरफ अतीत के पाप भी ट्रंप का पीछा नहीं छोड़ रहे हैं। ट्रंप को एक के बाद एक पुराने मामलों में सजा दी जा रही है और उन पर करोड़ों का जुर्माना लगाया जा रहा है.... इन तमाम झटकों से ट्रंप का क्या होगा, इस सवाल पर न सिर्फ अमेरिका बल्कि पूरी दुनिया में चर्चा हो रही है....

ट्रंप को ऐसा ही एक झटका देते हुए न्यूयॉर्क की अदालत ने 35.50 करोड़ डॉलर का जुर्माना लगा दिया और ट्रंप एक और मुसीबत में फंस गए हैं...ट्रम्प पर बैंकों से अधिक ऋण प्राप्त करने के लिए अपनी संपत्ति का मूल्य अधिक दिखाने के लिए झूठे दस्तावेज़ बनाकर धोखाधड़ी करने का आरोप लगाया गया था। दरअसल, ट्रंप की संपत्ति 260 मिलियन डॉलर थी, लेकिन 2015 में ट्रंप ने इस संपत्ति को 360 मिलियन डॉलर दिखाया ताकि वह बैंकों को धोखा दे सकें और कम ब्याज पर अधिक कर्ज ले सकें। इस मामले में न्यूयॉर्क के जज जस्टिस आर्थर नगोरोन ने ट्रंप को दोषी पाया और उन पर 35.50 डॉलर का जुर्माना लगाया...

ट्रंप की कर्ज की मुश्किलें अभी भी खत्म नहीं हुई हैं क्योंकि कोर्ट ने ट्रंप को कम ब्याज वाले कर्ज और अन्य शुल्कों का भुगतान करने का भी आदेश दिया है। इस चार्ज की सही रकम अभी तय नहीं हुई है, लेकिन ट्रंप को कुल 460 मिलियन डॉलर चुकाने होंगे, जिसे देखते हुए लटके में 100 मिलियन डॉलर और देने पड़ सकते हैं. अगर भारतीय रुपयों में गणना की जाए तो यह रकम 3800 करोड़ रुपये से ज्यादा होगी।

जस्टिस नगोरेन का फैसला ट्रंप पर गाज गिराने जैसा है क्योंकि इससे पहले लेखक ई. ट्रम्प को जीन कैरोल के यौन उत्पीड़न का दोषी पाया गया था। अदालत ने ट्रम्प को आदेश दिया है कि वह कैरोल को उसकी बदनामी और बलात्कार के कारण हुई मानसिक यातना के लिए 8.33 मिलियन डॉलर का हर्जाना दे। ट्रंप इतनी बड़ी रकम का भुगतान कैसे करेंगे यह सवाल अभी भी पूछा जा रहा है, अब ट्रंप को 360 मिलियन डॉलर का एक और झटका लगा है।

ट्रंप के पास न्यूयॉर्क कोर्ट के फैसले को ऊपरी अदालत में चुनौती देने का विकल्प है। इसकी संभावना कम ही है कि सुप्रीम कोर्ट ट्रंप पर लगाए गए जुर्माने को पलट देगा क्योंकि ट्रंप के खिलाफ कोर्ट का फैसला दस्तावेजी सबूतों के आधार पर दिया गया है. अमेरिका में आमतौर पर किसी भी मामले का फैसला जूरी करती है, लेकिन जहां दस्तावेजी सबूत हों, वहां जूरी की जरूरत नहीं होती. इससे ट्रंप के खिलाफ मामला भी सीधे अदालत में चला गया....

Report By - Ankit Tiwari