Mar 23, 2018
रायपुर। छत्तीसगढ़ में लोक सुराज अभियान के तहत समाधान शिविर का आयोजन किया जा रहा है, लेकिन समस्याओं का समाधान करने जिम्मेदार अधिकारी नहीं होने से शिविर में आए ग्रामीण निराश होकर वापस लौट रहे हैं।
राजिम लोक सुराज अभियान के तहत फिंगेश्वर विकासखण्ड के महासमुंद लोकसभा क्षेत्र सांसद चंदुलाल साहू के गृह ग्राम पंचायत टेका में समाधान शिविर आयोजित किया गया था, जिसमें समस्याओं का समाधान करने विकास खंड से लेकर जिले के तमाम विभागों के स्टॉल लगाये गए थे।
सिर्फ आवेदन लेने का चला सिलसिला...
चिलचिलाती धूप में अपनी समस्याओं का समाधान करने दूर दराज से ग्रामीण शिविर में पहुंचे थे, लेकिन शिविर में सिर्फ आवेदन लेने का काम ही सब से ज्यादा सुर्खियों में रहा क्योंकि अधिकांश ग्रामीण शिविर से निराश अपनी समस्या को ही साथ लेकर लौटे।
अफरातफरी का आलम भी सांसद गृह ग्राम टेका के शिविर में देखने को मिला, अव्यवस्थित स्टॉल लगने की वजह से ग्रामीण आवेदन लेकर भटकते दिखे कोई जिम्मेदार अधिकारी स्टालों में समस्याओं का निराकरण करते नहीं देखे, आखिर कार शिविर में पहुंचे जनपद पंचायत के उपाध्यक्ष रुपेश साहू ने सवाल दागते हुए कहा कि समाधान शिविर में समस्याओं का अम्बार है, क्योंकि समाधान शिविर में समस्याओं के समाधान के लिए कोई जिम्मेदार अधिकारी ऐसा नहीं है, जिनको समस्या का समाधान करने का पूर्ण अधिकार हो।
अधिकार नहीं होने से ग्रामीणों की समस्या जस की तस बनी रहती है, और ग्रामीण निराश हो कर समाधान शिविर से वापस लौट जाते हैं।