Oct 14, 2025
बीजापुर: नक्सलियों की कायराना करतूत, मुखबिरी के शक में ग्रामीण की हत्या
नवीन मोरला बीजापुर: छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले में नक्सलियों ने एक बार फिर निर्दोष ग्रामीण को निशाना बनाया। 13 अक्टूबर 2025 की रात मुजालकांकेर गांव में सत्यम पुनेम की हत्या कर दी गई। नक्सलियों ने मुखबिरी का आरोप लगाते हुए उसे घर से बुलाकर मार डाला। पर्चे फेंककर दावा किया कि सत्यम को पहले चेतावनी दी गई थी। पुलिस ने हत्या का मामला दर्ज कर सर्च ऑपरेशन शुरू किया। बस्तर में इस साल नक्सली हिंसा में 40 लोग मारे जा चुके हैं।
हत्या का कारण और नक्सली मंशा
पुलिस के अनुसार, सत्यम पुनेम ग्रामीण गतिविधियों में सक्रिय था और नक्सली संगठन से जुड़ने से इनकार करता था। नक्सलियों ने मुखबिरी का शक जताते हुए उसकी हत्या की, ताकि इलाके में दहशत फैले। घटनास्थल से मिले पर्चों में नक्सलियों ने इसे अपनी ‘सजा’ बताया। प्रारंभिक जांच में पता चला कि सत्यम सामाजिक कार्यों में हिस्सा लेता था। पुलिस ने शव का पोस्टमॉर्टम करवाया और नक्सलियों की तलाश में अभियान तेज कर दिया।
बस्तर में नक्सली हिंसा का कहर
बीजापुर और सुकमा में हाल के महीनों में नक्सलियों ने कई हत्याएं की हैं। पुजारी कांकेर में मड़कम भीमा और सुकमा के सलातोंग में रवा सोना की हत्या भी मुखबिरी के शक में की गई। 2025 में बस्तर संभाग में 17 सितंबर को दंतेवाड़ा, 22 अगस्त को सुकमा और 15 अगस्त को कांकेर में हत्याएं हुईं। 2024 में भी बीजापुर में सात हत्याएं दर्ज की गईं। बीजेपी के 11 कार्यकर्ताओं की हत्या भी हो चुकी है।
पुलिस और सुरक्षा बलों की कार्रवाई
बीजापुर पुलिस, डीआरजी, कोबरा और सीआरपीएफ की टीमें सर्च ऑपरेशन चला रही हैं। पुलिस ने ग्रामीणों से संदिग्ध गतिविधियों की सूचना देने की अपील की। सुरक्षा बलों ने गश्त बढ़ा दी है ताकि नक्सली मंसूबों को नाकाम किया जाए।