Jul 5, 2019
रेखराज साहू : छत्तीसगढ़ में मानसून की लगातार झड़ी और पिछले दो तीन दिनों से हुई लगातार बारिश ने खेती किसानी के लिए मौसम को अनुकूल बना दिया है। अच्छी बारिश की आस में बैठे किसानों के चेहरे खिल गये है और किसान खेतों में किसानी के काम में जुट गये हैं। महासमुंद जिले के 81 हजार 680 हैक्टेयर में धान बोने का काम पूरा कर लिया गया है। किसान जहां खुशी-खुशी अपने काम में जुटे हैं और समय अनुसार खाद-बीज नहीं मिलने की बात कर रहे हैं। वहीं कृषि विभाग भी किसानों के लिए खाद बीज का पर्याप्त भंडारण करने का दावा कर रही है.....ये रिपोर्ट देखिये....
बारिश से किसानों के चेहरे खिले
बता दें कि प्यासी धरती और बारिश का इंतजार कर रहे किसानों के लिए मानसून की अच्छी बारिश खुशियां लेकर आई है। बीते 2 दिनों से महासमुंद में हुई लगातार बारिश के बाद जिले में 136.8 मिली मीटर वर्षा दर्ज की गई है। जिलेभर में हुई अच्छी बारिश से किसानों के चेहरे खिल गये है और किसान खेती के काम में जुट गये है। महासमुंद जिले की बात करें तो 2 लाख 69 हजार 50 हेक्टेयर में से 2 लाख 40 हजार 12 हेक्टेयर में किसान धान की खेती करते हैं। जिसमें से अब तक किसानों ने 81 हजार 680 हेक्टेयर में बोआई का काम पूरा कर लिया है। बारिश को जहां किसान फायदेमंद बता रहे है वहीं खाद-बीज की किल्लत से भी परेशान है। किसानों की माने को सोसायटियों में पर्याप्त भंडारण नहीं होने के कारण उन्हें खाद-बीज समय पर नहीं मिल पा रहा है जिससे किसानी का काम पिछड़ जाता है।
49 हजार 562 क्विंटल बीज का किया भंडारण
कृषि विभाग की मानें तो किसानों की खेती को देखते हुए जिले के सोसायटियों में इस बार 52 हजार 920 क्वींटल धान बीज की आवश्यकता पर 49 हजार 562 क्विंटल बीज का भंडारण किया गया है जिसमें से अब तक 28 हजार 811 क्वींटल बीज का वितरण किया जा चुका है। वहीं 63 हजार 200 टन खाद की आवश्यकता को देखते हुए 30 हजार 238 टन खाद का भंडार किया जा चुका है। जिसमें से 23 हजार 536 टन खाद का वितरण किया जा चुका है।