Feb 2, 2018
**धमतरी।** शहर में हुए दो अलग अलग हत्याकांड के खुलासे के बाद शुक्रवार को पुलिस कड़ी सुरक्षा के बीच आरोपी को घटना स्थल लेकर पहुंची, जहां आरोपी ने डेमो के माध्यम से पुलिस को बताया कि उसने वारदात को किस तरह से अंजाम दिया है। इतना ही नही आरोपी ने दीवार फांद छत पर चढ़कर भी दिखाया, और एक एक घटना की बारीकी से जानकारी दी। इस दरम्यान आरोपी को देखने लोगों की भीड़ भी लग गई। जिनमें हत्यारे को लेकर खासा आक्रोश दिखाई दिया।
**पूरी प्लानिंग के तहत की थी हत्याएं...**
दरअसल 11 महीने के अंतराल में अर्जुनी थाना इलाके के ग्राम खपरी और तेलीनसत्ती में 5 लोगों के हुए अंधे कत्ल के मामले में पुलिस सायको किलर जितेन्द्र ध्रुव को गिरफ्तार कर लिया है, जिसका खुलासा बुधवार को आईजी प्रदीप गुप्ता और एसपी धमतरी ने किया था, बताया जा रहा है कि हत्या के मामले में आरोपी कोई और नहीं बल्कि तेलीनसत्ती गांव का रहना वाला युवक जितेन्द्र ध्रुव है, जिसने पूरी प्लानिंग के साथ इन हत्याओं को अंजाम दिया था। इसीलिए पुलिस को अपनी जांच में काफी मशक्कत भी करनी पड़ी थी।
**पुलिस ने साढ़े 3 लाख मोबाइल नंबर खंगाले.**..
वहीं पुलिस ने इस मामले की तह तक जाने के लिए करीब साढ़े 3 लाख मोबाइल नंबरों को भी खंगाले। गौरतलब है कि 16 अगस्त 2016 की रात अर्जुनी थाना इलाके के ग्राम खपरी में रहने वाली रूखमणी बाई और उसकी बेटी पार्वती बांडे खाना खाने के बाद अपने घर के कमरे में सोए थे, इसी दरम्यान आरोपी ने घर में जबरन घुसकर पार्वती के साथ अनाचार किया। इसके बाद मां और बेटी पर धारदार हथियार से हमला कर मौत के घाट उतार दिया था।
**हत्यारे तक पहुंचने में पुलिस को लगे डेढ़ साल...**
12 जुलाई 2017 की दरमियानी रात तेलीनसत्ती गांव के महेन्द्र सिन्हा और उनकी पत्नी उषा सिन्हा सहित बेटे महेश और त्रिलोक पर आरोपी ने वजनदार हथियार से वार किया, जिससे मौके पर ही महेंद्र, उसकी पत्नी और छोटे बेटे की मौत हो गई थी, जबकि महेंद्र का बड़ा बेटा त्रिलोक गंभीर रूप से घायल हो गया था। बहरहाल सीरियल किलर डबल और ट्रिपल मर्डर करने के बाद पुलिस को खूब चकमा दिया, यही वजह है कि आरोपी तक पहुंचने में पुलिस को डेढ़ साल लग गए।
वहीं अफसरों से लेकर बड़े बड़े पुलिस अधिकारी तक बमुश्किल सीरियल किलर के मास्टर माइंड के सामने कमजोर साबित होते रहे, लेकिन अंततः कानून के हाथ लंबे होते है और कथन को सार्थक करते हुए हत्यारे को पकड़कर सलाखों के पीछे डालने में पुलिस कामयाब रही।