Sep 13, 2024
बात जब ग्राउंड की होती है या फिर एक शानदार से स्टेडियम की होती है तो कुछ तस्वीरें दिमाग में जगह बना लेती है. इन तस्वीरों में अलग-अलग खेल होते है. खिलाड़ी होते है और फैंस से भरा हुआ स्टेडियम होता है. लेकिन कुछ रिपोर्ट्स की मानें तो छत्तीसगढ़ के महासमुंद जिले में एक शानदार स्टेडियम 2008 में बनवाया गया था. इस स्टेडियम को बनाने में कुछ 99 लाख रुपय का खर्चा भी आया था. जिले में खेलों को लेकर जागरुकता बड़े और खिलाड़ियों को भी सुविधा हो इस कारण से इस स्टेडियम को बनवाया गया था. लेकिन जो तस्वीर अब इस स्टेडियम से बहार आ रही है उसे देखकर चिंता हो सकती है. खिलाड़ियों की सुविधा के लिए बने इस शानदार स्टेडियम में कुछ और ही खेल चल रहा है. इस स्टेडियम में कोई खास सुरक्षा नहीं है. इसका मेन गेट भी खुला रहता है और ये नशा करने के लिए नशेड़ियों की फेवरेट जगह बन गई है. यहां पर खेल-कूद तो नहीं हो रहा लेकिन आसामजिक तत्व इसे बराबर अपने काम में ले रहे है. जैसे ही शाम के ढलने का वक्त होता है वैसे ही नशेड़ि अपने कदम इस स्टेडियम तक ले जाते है और यहां आकर जमकर नशा करते है. जैसे ये कोई सुनसान वीरान जगह हो. कुछ खबरों की मानें तो यहां पर मांस पकाया जाता है. शराब , गांजा और अफीम के नशे किये जाते है. ऐसा माहौल होने की वजह से जो खिलाड़ी वाकई इस स्टेडियम में आकर प्रैक्टिस करते है उन्हे भी इन आसामाजिक तत्वों से खतरा बना रहता है. बताया जाता है की हालात इतने खराब है की स्टेडियम की सीढ़ियों पर शराब की बोतलें और नशे वाले इंजेक्शन भी पड़े रहते है.
अगर सुरक्षा ही नहीं तो सुविधा किस काम की ?
इस स्टेडियम में मास्क लाइट भी लगी है ताकि खिलाड़ी रात में भी प्रैक्टिस कर पाये. ओपन जिम भी है. इतनी सुविधा होने के बाद भी अगर बेसिक सुरक्षा की व्यवस्था नहीं हो पा रही है तो फिर इतना शानदार स्टेडियम सिर्फ नशेड़ियों की पार्टी प्लेस बनकर रह जायेगा.