Jun 21, 2025
पासपोर्ट के लिए न शहर जाना, न लाइन में लगना — गांव में ही मिलेंगी सारी सुविधाएं
भोपाल। अब पासपोर्ट बनवाने के लिए गांवों से शहर आने की जरूरत नहीं पड़ेगी। विदेश मंत्रालय ने शुक्रवार को मध्यप्रदेश के ग्रामीण और दूरस्थ क्षेत्रों के लिए ‘मोबाइल पासपोर्ट सेवा वैन’ की शुरुआत कर दी। इस वैन का शुभारंभ अरेरा हिल्स स्थित क्षेत्रीय पासपोर्ट कार्यालय से हुआ, जिसे क्षेत्रीय पासपोर्ट अधिकारी शीतांशु चौरासिया ने हरी झंडी दिखाई।
पहले दिन ही दिखा असर, महिलाओं और ग्रामीणों ने की बड़ी भागीदारी
सेवा के पहले ही दिन 50 से अधिक लोगों ने पंजीकरण करवाया। खास बात यह रही कि इसमें ग्रामीण क्षेत्रों से आए नागरिकों के साथ-साथ महिलाओं की भी अच्छी भागीदारी रही। अधिकतर लोगों ने इसे “घर तक आई सरकारी सेवा” करार दिया।
हर सुविधा उसी वैन में: फोटो से वेरिफिकेशन तक की प्रक्रिया ऑन-स्पॉट
मोबाइल वैन को एक चलित पासपोर्ट सेवा केंद्र के रूप में डिजाइन किया गया है। इसमें पासपोर्ट प्रक्रिया से जुड़ी सभी जरूरी सुविधाएं मौजूद हैं — जैसे बायोमेट्रिक रजिस्ट्रेशन, डॉक्यूमेंट स्कैनिंग, डिजिटल सिग्नेचर, फोटो कैप्चर और दस्तावेज़ सत्यापन। अधिकारी चौरासिया के अनुसार, यह वैन तकनीकी रूप से पूरी तरह उसी तरह सक्षम है, जैसे भोपाल का स्थायी सेवा केंद्र।
ऑनलाइन स्लॉट बुकिंग से होगा अपॉइंटमेंट, डिजिटल माध्यम से मिलेगा शेड्यूल
वैन कब और कहां पहुंचेगी, इसकी जानकारी डिजिटल प्लेटफॉर्म और स्थानीय प्रचार माध्यमों से दी जाएगी। आवेदन करने के लिए विशेष ऑनलाइन अपॉइंटमेंट सिस्टम तैयार किया गया है, ताकि आवेदक पहले से स्लॉट बुक कर सकें। इससे उन लोगों को बड़ी सुविधा मिलेगी जो अब तक शारीरिक, आर्थिक या पारिवारिक कारणों से शहर नहीं जा पाते थे।
सुविधा ऐसी कि गांव में बैठे-बैठे बने पासपोर्ट
यह पहल खास तौर पर ऐसे नागरिकों को ध्यान में रखकर की गई है, जो अब तक पासपोर्ट सेवा केंद्रों की पहुंच से दूर थे। वातानुकूलित इस वैन में सभी तकनीकी सेटअप ऑन-बोर्ड हैं, जिससे किसी भी प्रकार की असुविधा न हो। फोटो खिंचवाने से लेकर दस्तावेज़ सत्यापन तक की प्रक्रिया एक ही जगह पर पूरी हो रही है।