Oct 25, 2025
इंदौर में कार्बाइड गन की बिक्री पर प्रतिबंध, सीएम ने हमीदिया अस्पताल में घायल बच्चों का जाना हाल
मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल के हमीदिया अस्पताल में मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कार्बाइड गन हादसे में घायल बच्चों से मुलाकात की और उनके स्वास्थ्य की जानकारी ली। इस हादसे के बाद इंदौर में कार्बाइड गन की बिक्री पर पूरी तरह प्रतिबंध लगा दिया गया है। साथ ही, सोशल मीडिया पर ऐसी गनों से संबंधित रील्स या वीडियो साझा करने पर भी रोक लगाई गई है। मुख्यमंत्री ने घायलों के उपचार के लिए सर्वोत्तम चिकित्सा सुविधाएं सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं और कहा कि बच्चों की सुरक्षा सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है।
मुख्यमंत्री का अस्पताल दौरा और मरीजों से मुलाकात
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने शुक्रवार को भोपाल के हमीदिया अस्पताल के नेत्र रोग विभाग का दौरा किया। उन्होंने कार्बाइड गन हादसे में घायल बच्चों, जिनमें प्रशांत, करण, अंश, और आरिष शामिल हैं, से मुलाकात की। उन्होंने प्रत्येक मरीज के स्वास्थ्य की स्थिति की जानकारी ली और उनके परिजनों से संवेदनात्मक बातचीत की। मुख्यमंत्री ने अस्पताल प्रशासन और चिकित्सकों को निर्देश दिए कि घायलों को उच्च गुणवत्ता वाली चिकित्सा सुविधाएं प्रदान की जाएं और उनकी स्थिति पर निरंतर निगरानी रखी जाए।
मुख्यमंत्री ने यह भी सुनिश्चित किया कि मरीजों के उपचार में किसी भी प्रकार की कमी न रहे। उन्होंने चिकित्सकों से प्रत्येक मरीज के लिए उपयोग की जा रही दवाओं, सर्जरी, और अन्य चिकित्सा तकनीकों की विस्तृत जानकारी प्राप्त की। डॉक्टरों ने बताया कि अधिकांश बच्चों की आंखों की सर्जरी सफलतापूर्वक हो चुकी है और उनकी स्थिति स्थिर है। नियमित जांच और निगरानी के साथ, मरीजों के जल्द स्वस्थ होने की उम्मीद है।
कार्बाइड गन पर प्रतिबंध: सख्त कदम
हादसे के बाद प्रशासन ने त्वरित कार्रवाई करते हुए इंदौर में कार्बाइड गन की बिक्री पर पूर्ण प्रतिबंध लगा दिया है। यह निर्णय बच्चों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए लिया गया है। इसके अतिरिक्त, सोशल मीडिया पर ऐसी गनों से संबंधित सामग्री, जैसे रील्स या वीडियो, साझा करने पर भी रोक लगाई गई है। प्रशासन ने स्पष्ट किया कि इस तरह की गतिविधियां न केवल खतरनाक हैं, बल्कि युवाओं और बच्चों को गलत दिशा में ले जा सकती हैं। इस प्रतिबंध का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की चेतावनी दी गई है।
परिजनों के साथ संवेदनात्मक संवाद
मुख्यमंत्री ने अस्पताल में घायल बच्चों के परिजनों से मुलाकात कर उनकी चिंताओं को सुना। उन्होंने परिजनों को आश्वस्त किया कि राज्य सरकार इस मुश्किल समय में उनके साथ है। उन्होंने अस्पताल प्रशासन को निर्देश दिए कि बच्चों और उनके परिवारों को हर संभव सहायता प्रदान की जाए, जिसमें भोजन, दवाइयां, और परामर्श सेवाएं शामिल हैं। मुख्यमंत्री ने परिजनों से कहा कि सरकार घायलों के उपचार की पूरी जिम्मेदारी लेगी और किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
चिकित्सा सुविधाओं का जायजा
हमीदिया अस्पताल के नेत्र रोग विभाग में मुख्यमंत्री ने चिकित्सा व्यवस्थाओं का बारीकी से निरीक्षण किया। उन्होंने विशेषज्ञ चिकित्सकों से मरीजों की स्थिति, उपचार प्रक्रिया, और उपयोग की जा रही तकनीकों के बारे में विस्तृत जानकारी ली। चिकित्सकों ने बताया कि अस्पताल में सभी आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध हैं और विशेषज्ञों की एक समर्पित टीम मरीजों की देखभाल में जुटी है। सर्जरी के बाद मरीजों की स्थिति में सुधार देखा जा रहा है, और उनकी नियमित निगरानी की जा रही है।
अधिकारियों ने दी जानकारी
इस दौरान प्रमुख सचिव स्वास्थ्य विभाग संदीप यादव और आयुक्त जनसंपर्क दीपक सक्सेना भी मौजूद रहे। उन्होंने मुख्यमंत्री को बताया कि हमीदिया अस्पताल में घायलों के लिए सभी आवश्यक संसाधन उपलब्ध हैं। विशेषज्ञ चिकित्सकों की टीम 24 घंटे मरीजों की देखभाल कर रही है। अधिकारियों ने यह भी आश्वासन दिया कि उपचार प्रक्रिया में किसी भी प्रकार की कमी नहीं होगी।
बच्चों की सुरक्षा के लिए सख्त कदम
मुख्यमंत्री ने कहा कि इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए राज्य सरकार सख्त कदम उठाएगी। उन्होंने जोर देकर कहा कि बच्चों की सुरक्षा और स्वास्थ्य सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है। इसके लिए न केवल कार्बाइड गन की बिक्री पर प्रतिबंध लगाया गया है, बल्कि ऐसी खतरनाक वस्तुओं के उपयोग को बढ़ावा देने वाली गतिविधियों पर भी नजर रखी जाएगी। उन्होंने प्रशासन को निर्देश दिए कि भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति को रोकने के लिए जागरूकता अभियान चलाए जाएं।
जागरूकता और भविष्य की योजनाएं
इस घटना ने बच्चों के बीच खतरनाक खिलौनों और उपकरणों के उपयोग पर सवाल उठाए हैं। प्रशासन ने न केवल कार्बाइड गन पर प्रतिबंध लगाया है, बल्कि स्कूलों और समुदायों में जागरूकता अभियान शुरू करने की योजना बनाई है। इन अभियानों का उद्देश्य बच्चों और उनके अभिभावकों को ऐसे खतरनाक उपकरणों के दुष्परिणामों के बारे में शिक्षित करना है। साथ ही, सोशल मीडिया पर ऐसी सामग्री को नियंत्रित करने के लिए विशेष दिशा-निर्देश जारी किए जाएंगे।
मुख्यमंत्री का संदेश
मुख्यमंत्री ने अपने संदेश में कहा कि बच्चों का भविष्य सुरक्षित करना सरकार का दायित्व है। उन्होंने लोगों से अपील की कि वे अपने बच्चों को ऐसी खतरनाक वस्तुओं से दूर रखें और उनके साथ समय बिताकर उनकी गतिविधियों पर नजर रखें। उन्होंने यह भी कहा कि सरकार हर घायल बच्चे के उपचार को सुनिश्चित करेगी और उनके परिवारों को हर संभव सहायता प्रदान की जाएगी।








