Jan 14, 2023
पूर्व केंद्रीय मंत्री और समाजवादी नेता शरद यादव का आज उनके पैतृक गांव में अंतिम संस्कार किया जाएगा। शरद यादव का पैतृक गांव अंखमऊ है, जो मध्य प्रदेश के नर्मदापुरम जिले में स्थित है। शरद यादव के पार्थिव शरीर को अंतिम दर्शन के लिए दिल्ली में रखा गया। जहां तमाम राजनीतिक दिग्गजों और शरद यादव के प्रशंसकों ने उन्हें श्रद्धांजलि दी। आज उनके पार्थिव शरीर को दिल्ली से मध्य प्रदेश ले जाया जाएगा, जहां उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा।
बता दें कि राजद नेता शरद यादव का गुरुवार को 75 साल की उम्र में लंबी बीमारी के चलते निधन हो गया था। उनके निधन से राजनीतिक हलकों में एक बार फिर शोक की लहर दौड़ गई है। सभी नेता अपने-अपने तरीके से शरद यादव के निधन पर शोक व्यक्त कर रहे हैं। पीएम नरेंद्र मोदी, अमित शाह, सीएम नीतीश कुमार, तेजस्वी यादव और लालू यादव समेत तमाम दिग्गजों ने शरद यादव के निधन पर शोक जताया। वहीं पूर्णा सांसद संतोष कुशवाहा ने भी शरद यादव के निधन पर शोक व्यक्त किया है।
साथ ही उनके निधन से सभी पार्टियों में शोक की लहर है। राजद के अलावा जदयू, लोक जनशक्ति पार्टी रामविलास ने भी मकर संक्रांति का पर्व रद्द कर दिया है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शरद यादव के निधन को बड़ी क्षति बताया है। हालांकि, वह अंतिम दर्शन के लिए दिल्ली नहीं गए। वहीं, सिंगापुर में उनका इलाज चल रहा है। आधी रात को राजद सुप्रीमो लालू यादव ने शोक संदेश भी जारी किया। उनका अंतिम संस्कार आज मध्य प्रदेश में उनके पैतृक गांव में कई राजनीतिक दलों की मौजूदगी में किया जाएगा।
बता दें कि अपने लंबे राजनीतिक करियर में पूर्व केंद्रीय मंत्री शरद यादव सात बार लोकसभा चुनाव जीत चुके हैं। शरद यादव चार बार राज्यसभा सांसद और प्रधानमंत्री वीपी सिंह और अटल बिहारी वाजपेयी के मंत्रिमंडल में महत्वपूर्ण विभागों के मंत्री भी रहे। जबलपुर के अलावा, शरद यादव ने उत्तर प्रदेश के बदायूं और बिहार के मधेपुरा से लोकसभा चुनाव जीता, जो किसी भी राजनेता के लिए एक दुर्लभ उपलब्धि है। शरद यादव को मंडल आयोग को लागू करने में अहम भूमिका निभाने वाले प्रमुख नेताओं में से एक माना जाता है।








