Oct 25, 2025
उत्तर प्रदेश में मदरसा कांड: वर्जिनिटी सर्टिफिकेट की मांग पर भड़के बीजेपी विधायक रामेश्वर शर्मा
कविता पाण्डेय भोपाल। उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद जिले में एक मदरसे द्वारा 13 वर्षीय छात्रा से वर्जिनिटी सर्टिफिकेट मांगने का मामला सुर्खियों में है। इस घटना ने पूरे देश को झकझोर दिया है। मध्य प्रदेश के बीजेपी विधायक रामेश्वर शर्मा ने इस 'शर्मनाक करतूत' पर तीखा प्रहार किया है। उन्होंने कहा कि बेटी का दर्द हर हिंदुस्तानी समझ रहा है और इसका बदला पूरे देश को लेना होगा।
घटना का पूरा विवरण
पाकबड़ा थाना क्षेत्र के लोदीपुर पल्लूपुरा स्थित जामिया एहसान-उल-बनात मदरसे में चंडीगढ़ निवासी एक पिता ने अपनी बेटी का आठवीं कक्षा में दाखिला कराने की प्रक्रिया शुरू की। आरोप है कि एडमिशन सेल प्रभारी शाहजहां ने पहले 35 हजार रुपये जमा कराए, फिर छात्रा से कौमार्य प्रमाणपत्र की मांग की। जब पिता ने विरोध किया तो स्टाफ ने मां-बेटी के साथ दुर्व्यवहार किया। पीड़ित परिवार ने पाकबड़ा थाने में शिकायत दर्ज कराई, जिसके बाद शाहजहां को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया। पुलिस ने बीएनएस की धारा 79, 351(2), 352, 316(2) और पॉक्सो एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज किया है। मदरसा प्रबंधन ने आरोपों को बेबुनियाद बताते हुए पति-पत्नी के विवाद का हवाला दिया, लेकिन एसपी सिटी कुमार रणविजय सिंह ने प्रारंभिक जांच में आरोपों को सही पाया।
रामेश्वर शर्मा का गुस्सा और बयान
भोपाल से बीजेपी विधायक रामेश्वर शर्मा ने इस घटना पर सोशल मीडिया के माध्यम से कड़ा रुख अपनाया। उन्होंने कहा, "बेटी का दर्द पूरे हिंदुस्तान ने समझा है। बेटी के अपमान का बदला हिंदुस्तान हमेशा लेगा।" शर्मा ने जोर देकर कहा कि हिंदुस्तान में बेटी हो, चाहे हिंदू की हो या मुस्लिम की, वह पूरे देश की बेटी है। उन्होंने इस्लाम में ऐसी 'क्रूरता' को निंदनीय बताते हुए चेतावनी दी कि बेटियों को बेइज्जत करने का सिलसिला अब रुकना चाहिए। उनका बयान वायरल हो गया है और सोशल मीडिया पर बहस छिड़ गई है। शर्मा ने मांग की है कि दोषियों को सख्त सजा मिले और मदरसों की मान्यता पर भी जांच हो।
यह घटना न केवल शिक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े करती है, बल्कि लैंगिक समानता और बाल संरक्षण के मुद्दों को भी उजागर करती है। सरकार को ऐसे संस्थानों पर कड़ी निगरानी रखनी होगी ताकि भविष्य में ऐसी अमानवीय घटनाएं न हों।







