Sep 13, 2021
देश में कोविड की दूसरी लहर का कहर धीरे-धीरे थमता हुआ नज़र आ रहा है, हालांकि संभावित तीसरी लहर की आशंका को लेकर कई तरह की सावधानी भी बरती जा रही है। भारत में फिलहाल कोविड रोधी तीन वैक्सीन का उपयोग किया जा रहा है जिनमे से भारत बायोटेक की कोवैक्सिन, सीरम इंस्टीट्यूट की कोविशील्ड और रूस की स्पुतनिक V का नाम शामिल है।
Covaxin को इस सप्ताह मिली मंजूरी
भारत बायोटेक की वैक्सीन Covaxin को इस सप्ताह WHO यानी विश्व स्वास्थ्य संगठन की अनुमति मिल सकती है, Bharat Biotech ने बीते जुलाई में इस बात की सूचना दी थी कि कंपनी ने इमरजेंसी यूज लिस्टिंग में कोवैक्सीन को शामिल कराने के लिए सभी जरूरी दस्तावेज जमा किया जा चुका है। भारत बायोटेक ने यह सूचना दी थी कि वैक्सीन की समीक्षा प्रक्रिया शुरू कर दी गई है और उम्मीद है कि कोवैक्सीन को WHO से जल्द से जल्द से EUL मिल जाएगा।
BBV 152 टीकों का मूल्यांकन
इतना ही नहीं भारत में फिलहाल Bharat Biotech के वैक्सीन के आपात उपयोग की इजाजत है लेकिन अभी तक इस टीके को किसी पश्चिमी देश की नियामक संस्था से मंजूरी अब तक नहीं दी गई है। जहां इस बात का पता चला है कि हाल ही में इंडियन चिकित्सा अनुसंधान परिषद (ICMR) द्वारा बायोरक्सिव में प्रकाशित एक अध्ययन के अनुसार भारत बायोटेक का कोरोना वायरस का टीका Covaxin कोविड के डेल्टा प्लस स्वरूप के विरुद्ध प्रभावी साबित होगा। अध्ययन में बोला गया है कि IGG एंटीबॉडी का मूल्यांकन कियाजा चुका है। इसमें BBV 152 टीके की पूर्ण खुराक वाले व्यक्तियों में कोरोना वायरस की आशंका को समाप्त कर दिया है। इसमें डेल्टा, डेल्टा एवाई.1 और बी.1.617.3 के विरुद्ध BBV 152 टीकों का मूल्यांकन किया गया।